(अयोध्या UP)19मई,2025 .
अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) ने शहर के योजनाबद्ध विकास के लिए फेज-दो के तहत मास्टर प्लान तैयार किया है। इसमें 873 वर्ग किमी क्षेत्र को शामिल किया गया है। इस विस्तारित क्षेत्र में अयोध्या नगर निगम, नगर पंचायत भदरसा, नगर पालिका परिषद नवाबगंज (गोंडा) के साथ अयोध्या जिले के 154, बस्ती के 126 और गोंडा के 63 गांव समेत कुल 343 गांव शामिल हैं। इस मास्टर प्लान का उद्देश्य अयोध्या में आ रहे निवेश को धरातल पर उतारना और शहर को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करना है।
अमृत योजना के तहत पहले फेज-एक में अयोध्या नगर निगम और इसके आसपास के 65 गांवों को मिलाकर 133 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के लिए जीआईएस आधारित मास्टर प्लान तैयार किया गया था। इसे योगी सरकार ने अनुमोदित किया। यह योजना लगभग 11 लाख की जनसंख्या को ध्यान में रखकर बनाई गई थी। अब विस्तारित मास्टर प्लान 2031 में फेज-दो के तहत अयोध्या के दो पड़ोसी जिलों बस्ती और गोंडा के 189 गांवों को शामिल कर क्षेत्र को 873 वर्ग किमी तक बढ़ाया गया है। प्राधिकरण ने अयोध्या को आधुनिक सुविधाओं से युक्त पर्यटन नगरी बनाने का खाका खींचा है। इसमें विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा, बेहतर कनेक्टिविटी, होटल, रिसॉर्ट, और सांस्कृतिक केंद्रों का विकास शामिल है।
विस्तारित क्षेत्र के लिए योगी सरकार की ओर से निर्देशित किया गया है कि एक नया जीआईएस आधारित अयोध्या मास्टर प्लान-2031 तैयार किया जाए। विस्तारित क्षेत्र के लिए जनसंख्या का प्रक्षेपण का काम अब पूरा कर लिया गया है। इसके तहत 2031 में अनुमानित जनसंख्या प्रक्षेपण लगभग 14 लाख है। वर्तमान भू उपयोग सर्वेक्षण का काम भी पूरा कर लिया गया है। वर्ष 2031 की अनुमानित जनसंख्या के आधार पर नियोजन मानकों व सरकारी दिशा-निर्देशों के अनुसार आवासीय, वाणिज्यिक, औद्योगिक, सार्वजनिक व अर्ध सरकारी सुविधाओं के साथ अन्य भू उपयोग का प्रक्षेपण किया गया है।
प्राधिकरण ने बोर्ड से अनुमोदन प्राप्त करने के बाद अयोध्या मास्टर प्लान 2031 को सरकार की ओर से नियुक्त शासकीय समिति के समक्ष प्रस्तुत किया। समिति से अनुमोदन मिलने के बाद 24 मई तक अयोध्या विकास प्राधिकरण कार्यालय, नगर पंचायत भदरसा और नगर पालिका परिषद नवाबगंज (गोंडा) में आम जनता व हितधारकों से आपत्ति और सुझाव आमंत्रित करने के लिए प्रदर्शनी लगाई गई है।(साभार एजेंसी)