(भोपाल MP)29मई,2025.
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में गुजरात की तर्ज पर ऑक्सीजन पार्क बनाया जाएगा। इसके लिए तैयारी शुरू हो गई है। इस ऑक्सीजन पार्क मे शहरवासी ताजी हवाओं का आनंद लेने के साथ-साथ प्राकृतिक सुन्दरता को भरपूर जी सकेंगे। इस जगह में पेड़ और फूलों के पौधे होंगे, जो ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाने में मददगार साबित होंगे। इसके लिए नगर निगम जगह का चयन कर लिया है। निगम कमिश्नर का अनुमोदन मिलते ही इस पर काम शुरू हो जाएगा।
प्रदेश के 6 शहरों का हुआ है चयन:
जानकारी के मुताबिक नगरीय प्रशासन एवं विकास ने भोपाल सहित इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, सागर, सतना और उज्जैन को नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (एनसीएपी) के तहत ऑक्सीजन पार्क के लिए सिलेक्ट किया है। प्रदेश के इन सात शहरों में ऑक्सीजन बढ़ाने वाले पार्क बनेंगे, जो प्रदूषण को घटाकर शहर को स्वच्छ रखने में मददगार साबित होंगे। अभी त्तक इस थीम पर गुजरात में पार्क तैयार किए गए हैं। इसके सफल प्रयोग के बाद मध्यप्रदेश में भी इसकी शुरुआत होने जा रही है। नगरीय प्रशासन एवं विकास का पत्र मिलते ही नगर निगम भोपाल ने पार्क की प्लानिंग शुरू कर दी है।
कमिश्नर के अनुमोदन का इंतजार
निगम के कार्यपालन यंत्री प्रमोद मालवीय ने बताया कि ऑक्सीजन पार्क बनाने का पत्र हमें विभाग से मिला है जिसके बाद हमने तैयारी शुरू कर दी है। जगह का भी चयन हो गया है। जैसे ही कमिश्नर का अनुमोदन हमें मिलेगा काम शुरू कर देंगे। उन्होने बताया कि इस पार्क के शुरू होने से शहर को एक स्वच्छ वातावरण भी मिल सकेगा। मालवीय ने बताया कि पर्यावरण, दन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के एनसीएपी के तहत भोपाल में ऑक्सीजन पार्क की भीम पर पार्क विकसित किए जाएंगे। इसकी विशेषता होगी कि एक पार्क में लगभग 50 से 70 पेड़ होंगे। बड़े पार्क एरिया में इन पेड़ों की संख्या दोगुनी तक होगी ताकि 24 घंटे ऑक्सीजन लैबल बढ़ता रहे।
स्वास्थ्य के प्रति सजग भी बनाएगा पार्क:
ऑक्सीजन पार्क सिर्फ हरियाली ही नहीं बल्कि यह लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग भी बनाएगा। पार्क में लोगों के चलने-फिरने, टहलने और जॉगिंग के लिए ट्रैक, व्यायाम की जगहें और ध्यान लगाने के लिए भी जगहें बनाई जाएगी। इस पार्क में पेड़ों की संख्या ज्यादा होने पर यहां निश्चित रूप से पक्षियों का भी आना-जाना लगा रहेगा।(साभार एजेंसी)