(अलीगढ़ ,UP)17जून,2025.
अब अलीगढ़ में भी लाइट मेट्रो दौड़ाई जाएगी। यहां इसकी उपयोगिता और फिजिबिलिटी जांचने के लिए अगले महीने ही एक्सपर्ट की टीम आ रही है। यह टीम दस दिन अलीगढ़ में रहकर पूरा प्रोजेक्ट डिजाइन करेगी। कहां स्टेशन बनेगा और कहां से रूट निकाला जाएगा इसके लिए सर्वे शुरू होगा। इसके बाद डीपीआर तैयार की जाएगी। जिसमें प्रोजेक्ट का कुल बजट भी फाइनल किया जाएग।
जिले में डिफेंस कॉरिडोर, ग्रेटर अलीगढ़, ट्रांसपोर्ट नगर, आरएमपीयू व जेवर एयरपोर्ट का निर्माण होने से अलीगढ़-पलवल हाईवे स्थित खैर रोड पर विकास की गति बढ़ी है। वहीं सड़कों पर वाहनों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। शहर में कई मार्ग ऐसे हैं जहां हर वक्त जाम रहता है। कई प्वाइंट तो ऐसे हैं जहां जाम से निदान संभव ही नहीं है। सड़कों को चौड़ा किया ही नहीं जा सकता है। कॉरिडोर बनाकर लाइट मेट्रो दौड़ाने की एक प्रमुख वजह यह भी मानी रही है।
मार्च माह में इसका प्रस्ताव कोल विधायक अनिल पाराशर ने विधानसभा में दिया था। इसी प्रस्ताव को गंभीरता से लेते हुए व शहर में आने वाले समय की जरूरत को ध्यान में रखते हुए फिजिबिलिटी जांच कराने का आश्वासन मिला था। इसी क्रम में अब लखनऊ से विशेषज्ञों की एक टीम जल्द ही अलीगढ़ का दौरा कर परियोजना की व्यवहार्यता का आकलन करेगी।
मेट्रो परियोजना शहर के विकास को गति प्रदान करेगी। इसके लिए शासन स्तर से जो भी टीम आएगी, उसके साथ मिलकर पूरा आकलन किया जाएगा। – कुलदीप मीणा, वीसी, एडीए
शहर के विकास को गति देने के लिए मेट्रो परियोजना का प्रस्ताव शासन को दिया था। यह राज्य और केंद्र सरकार का मामला है। उस पर नीतिगत निर्णय होना है। इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार होने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। रिपोर्ट तैयार होते ही कार्य तेजी से आगे बढ़ेगा। – अनिल पाराशर, विधायक
नादा पुल खैर रोड रूट पर दौड़ेगी मेट्रो:
एएमयू और औद्योगिक क्षेत्रों को जोड़ने की संभावना तलाशेगी टीम
प्रस्तावित लाइट मेट्रो परियोजना के तहत अलीगढ़ एयरपोर्ट से खेरेश्वर धाम तक मेट्रो रेल का संचालन किया जाना है। पहले चरण में कल्याण सिंह एयरपोर्ट, बौनेर तिराहा, पुराना जीटी रोड, एटा चुंगी, नौरंगाबाद, दुबे पड़ाव, गांधी पार्क बस अड्डा, मसूदाबाद बस अड्डा, सूत मिल चौराहा, नादा पुल से खेरेश्वर धाम तक मेट्रो का प्रस्ताव है। इसके अलावा, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) जैसे शैक्षणिक केंद्रों और औद्योगिक क्षेत्रों को भी मेट्रो से जोडऩे की संभावना तलाशी जाएगी। यह टीम सर्वेक्षण के बाद एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करेगी। इसमें मेट्रो रेल के रूट, लागत, तकनीकी पहलुओं और आर्थिक व्यवहार्यता का आकलन होगा। इस रिपोर्ट के आधार पर शासन द्वारा परियोजना को हरी झंडी दी जा सकती है।
यह भी जानें:
फिजिबिलिटी जांच के लिए लखनऊ से अगले माह आएगी एक्सपर्ट की टीम, दस दिन तक रहकर करेगी सर्वे
विधानसभा में उठा था मुद्दा, अब जल्द सर्वे कराने की हो रही है तैयारी
औद्योगिक विकास को गति देने के इरादे से जल्द होगी यह कवायाद।
ये भी प्रमुख कारण
डिफेंस कॉरिडोर अंडला व जसरथपुर नोड में सीधा परिवहन जुड़ाव।
डिफेंस कॉरिडोर व आरएमपीएसयू का भी सीधा एयरपोर्ट से जुड़ाव।
खेरेश्वर से जेवर एयरपोर्ट को जोड़ने वाले नए हाईवे से सीधा जुड़ाव।
दाऊद खां माल यार्ड के लिए सुगम परिवहन व्यवस्था का जुड़ाव। (साभार एजेंसी)