(तिरूवनंतपुरम,केरल)21जून,2025.
केरल में भारत माता तस्वीर को लेकर चल रहे विवाद के बीच विरोध प्रदर्शन को लेकर राजभवन ने सफाई दी है। राजभवन ने मीडिया रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा कि राज्यपाल के लिए केंद्रीय बलों की सुरक्षा मांगने का कोई प्रस्ताव नहीं है। कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि युवा और छात्र संगठनों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर राज्यपाल ने केंद्रीय बलों से सुरक्षा मांगी है।
राजभवन ने कहा कि राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को केरल पुलिस की कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता और जिम्मेदारी के निर्वहन में उनकी दक्षता पर पूरा भरोसा है। वे अपना कर्तव्य बहुत अच्छे ढंग से और राजभवन की संतुष्टि के अनुसार निभा रहे हैं। राजभवन केरल राज्यपाल को किसी भी प्रकार के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष खतरे की संभावना को दृढ़ता से खारिज करता है।
राजभवन ने कहा कि मीडिया में सामने आ रहीं रिपोर्ट बेबुनियाद और केवल अटकलें हैं। मीडियाकर्मियों से अनुरोध है कि वे ऐसी निराधार खबरों को प्रकाशित या प्रसारित करके जनता को गुमराह करने से बचें। वामपंथी छात्र और युवा संगठनों ने राज्यपाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है, क्योंकि उन्होंने राजभवन में सरकारी कार्यक्रमों सहित सभी कार्यक्रमों के दौरान भारत माता का चित्र लगाने की बात कही है।
क्या है पूरा प्रकरण:
केरल में विवाद तब शुरू हुआ जब राजभवन ने विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर एक कार्यक्रम में ‘भारत माता’ की तस्वीर का उपयोग किया। इसका राज्य के कृषि मंत्री और सीपीआई नेता पी. प्रसाद ने कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया था। कृषि मंत्री पी प्रसाद ने कहा था कि धर्मनिरपेक्ष केरल में इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। इस पर राज्यपाल आर्लेकर ने कहा कि ‘भारत माता’ कोई विवाद का विषय नहीं हो सकता, यह सबके ऊपर है। उन्होंने यह भी कहा कि सभी की सोच और विचारधाराएं अलग हो सकती हैं, लेकिन सब भारतीय एक-दूसरे के भाई-बहन हैं।(साभार एजेंसी)