(वाराणसी,UP ) 01जुलाई,2025.
हरिद्वार और ऋषिकेश के बाद आदियोगी शिव की नगरी योग के नए केंद्र के रूप में विकसित होगी। देश और दुनिया भर से बनारस आने वाले पर्यटकों को धर्म और संस्कृति के दर्शन के अलावा योग पर्यटन का नया अनुभव मिलेगा। वाराणसी टूरिज्म एसोसिएशन की ओर इसका प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। वाराणसी के साथ ही मिर्जापुर, चंदौली और सोनभद्र तक इसको विस्तार दिया जाएगा।
पर्यटकों के लिए योग इन वाराणसी के नाम से शुरू होने वाले पर्यटन से नया और आध्यात्मिक अनुभव मिलेगा। अभी तक बनारस आने वाले पर्यटक गंगा, गंगा आरती, श्री काशी विश्वनाथ, सारनाथ के साथ ही शहर के मंदिरों, कला और संस्कृति का ही दर्शन करते थे। इसी को केंद्र में रखकर बनारस की यात्रा का शेड्यूल भी तय किया जाता था।
वाराणसी टूरिज्म एसोसिएशन ने योग इन वाराणसी के जरिये देश और दुनिया भर के पर्यटकों को योग के नए अनुभव से रूबरू कराने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। वाराणसी के साथ ही मिर्जापुर, चंदौली और सोनभद्र की पहाड़ियों व झरनों के किनारे भी पर्यटकों को योग का नया अनुभव मिलेगा।
वाराणसी टूरिज्म एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष प्रवीण मेहता ने बताया कि देश-दुनिया के पर्यटक योग के लिए ऋषिकेश और हरिद्वार जाते हैं। हम लोग इसी को केंद्र में रखकर ऐसा काॅन्सेप्ट तैयार कर रहे हैं जिसमें वाराणसी आने वाले पर्यटक योग के लिए बनारस भी आएं।
आगामी नवंबर माह से इसकी शुरुआत होने की उम्मीद है। एसोसिएशन ऑफ डोमेस्टिक टूर ऑपरेटर के अध्यक्ष सुशील सिंह ने कहा कि वाराणसी आने वाले विदेशी पर्यटकों को योग की पूरी जानकारी देने के साथ योग आसान करना भी सिखाएंगे ताकि इसका प्रचार प्रसार सारे विश्व में हो।
वाराणसी टूरिज्म एसोसिएशन के अध्यक्ष राशिद खान ने कहा कि पर्यटन उद्योग को इस योग से लाभ मिले। इसके लिए योग इन वाराणसी के नाम से वेबसाइट बनाई जाएगी। वेबसाइट में शहर व ग्रामीण के सभी होटल को जोड़ा जाएगा और इसकी जानकारी वाराणसी आने वाले सभी विदेशी पर्यटकों को उपलब्ध कराई जाएगी।(साभार एजेंसी)