(देहरादून )16मई,2024.
प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार 5 जून,2024 को आगामी “विश्व पर्यावरण दिवस” के अवसर पर भारतीय वन्यजीव संस्थान द्वारा राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन द्वारा वित्तपोषित गंगा और जैव विविधता संरक्षण एवं जलज परियोजना एवं सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज फाउंडेशन के साथ मिलकर प्लास्टिक मुक्त नदी अभियान “प्लास्टिक मुक्त भविष्य की ओर” का आरंभ किया जाना है।
सप्ताह पर्यन्त चलने वाला यह अभियान 7 राज्यों उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में बहने वाली गंगा व उसकी सहायक 15 नदियों के किनारों पर स्थित 63 स्थानों पर दिनांक 16 से 20 मई2024 तक चलाया जायेगा।
अभियान का उद्देश्य स्थानीय निवासियों को प्लास्टिक प्रदूषण के नदियों और उसकी जैवविविधता पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करने के साथ ही मानव स्वास्थ्य एवं पारिस्थितिकी तन्त्र पर पड़ने वाले प्रभावों के संबंध में आगाह करना है।
यह अभियान क्षेत्र में गंगा प्रहरियों, जोकि स्थानीय समुदाय में से चुने गये और प्रशिक्षित किये गये लोगों का समूह है, के साथ ही एनएमसीजी एवं जलज परियोजना के सदस्यों के द्वारा संयुक्त रूप से चलाया जायेगा । अभियान के तहत अपने क्षेत्र में नदी किनारे सफाई अभियान चलाने के बाद प्रत्येक साइट से एक किलो प्लास्टिक कचरा देहरादून में सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज फाउन्डेशन के प्लास्टिक वेस्ट सेग्रीगेशन एंड लर्निंग सेंटर में भेजा जायेगा। जहाँ से इसको छाँटकर इसके बायोफ्यूल और टाइल्स जैसे सामान बनाने के लिये विभिन्न संस्थानों में भेजा जायेगा ।
यह अभियान न केवल गंगा और उसकी सहायक नदियों की स्वच्छता के लिये जागरूकता पैदा करने में सहायक होगा बल्कि पारिस्थितिकी तन्त्र की सुरक्षा और पृथ्वी और मानव मात्र के लिये एक स्वच्छ और सुरक्षित भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगा ।