(नई दिल्ली)02जून,2024.
श्री अपूर्व चंद्रा, सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, ने जिनेवा में 77वीं विश्व स्वास्थ्य सभा की समिति ए के अध्यक्ष के रूप में अपना समापन भाषण दिया।
श्री चंद्रा ने पिछले 6 दिनों में समिति ए के काम पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए सभा में समृद्ध चर्चाओं सहित गहन एजेंडे पर प्रकाश डाला, जो उन निर्णयों के साथ समाप्त हुआ जो वैश्विक स्वास्थ्य के भविष्य को आकार प्रदान करेंगे।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि समिति ए ने 14वें सामान्य कार्यक्रम, 2025-2028 को निर्धारित किया है, जो इस नए पोस्ट-कोविड युग में पहला है, जिसने अगले चार वर्षों के लिए एक मजबूत स्वास्थ्य एजेंडा तैयार किया है। उन्होंने कहा कि “हमने बढ़े हुए मूल्यांकन योगदान और डब्ल्यूएचओ निवेश दौर के माध्यम से इसके संसाधन और सतत वित्तपोषण पर बातचीत की, यह सुनिश्चित करने के लिए सीमाओं को आगे बढ़ाया कि हमारे पास अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए साधन मौजूद हैं। हमने आपात पस्थितियों में डब्ल्यूएचओ के विशाल कार्यों की भी सराहना की और स्वास्थ्य एवं तकनीकी मुद्दों की अभूतपूर्व श्रेणी पर विचार करने के लिए सुबह से देर शाम तक लंबी बातचीत की।”
समिति ए महामारी की रोकथाम, तैयारी और प्रतिक्रिया समझौते के विकास के लिए अंतर सरकारी वार्ता निकाय और अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियमों में संशोधन पर कार्य समूह के उत्कृष्ट प्रयासों को स्वीकार करती है। अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियमों में संशोधन के साथ, एक अविश्वसनीय मील का पत्थर प्राप्त हुआ है। श्री अपूर्व चंद्रा ने कहा कि “यह समानता और एकजुटता की एक छतरी के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है जो दुनिया को भविष्य की महामारी के खतरों से बचाने में मदद करेगा। यह हमारे बच्चों और पोते-पोतियों के लिए एक उपहार है।”