(लखनऊ)02जुलाई,2024.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मानसून को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बारिश का मौसम प्रारंभ हो चुका है। ऐसे में स्वास्थ्य की आपातकालीन सेवाएं अलर्ट मोड में रहें। कांवड़ यात्रियों को आपातकाल में तत्काल स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध होनी चाहिए। अयोध्या के श्रावण मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर सभी आवश्यक प्रबंध समय से कर लिए जाएं ।स्वास्थ्य सुरक्षा के ठोस प्रयास किए जाएं।
बैठक में कहा गया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान की सफलता के लिए अंतर्विभागीय समन्वय महत्वपूर्ण आधार है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, मेडिकल एजुकेशन, ग्राम्य विकास, नगर विकास, महिला बाल विकास, कृषि, बेसिक माध्यमिक शिक्षा द्वारा अंतर्विभागीय समन्वय के साथ स्वच्छता और स्वास्थ्य सुरक्षा के ठोस प्रयास किए जाएं।उन्होंने कहा कि इस वर्ष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अंतर्गत हमें ‘स्टॉप डायरिया’ के संकल्प को लेकर भी कार्य करना है। हमारा लक्ष्य है पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों में दस्त के कारण मृत्यु की आशंका को समाप्त करना। फ्रंटलाइन वर्कर्स अपने साथ ओआरएस और क्लोरीन की गोलियां लेकर जाएं। सभी को मिलकर इस अभियान को सफल बनाना होगा।
अलर्ट मोड पर रहने के आदेश:
उन्होंने आगे कहा कि बारिश का मौसम प्रारंभ हो चुका है। यह समय बीमारियों की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के पूरे तंत्र को 24×7 अलर्ट मोड में रहना होगा। यह सुनिश्चित किया जाए कि आगामी तीन माह की अवधि में स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत किसी सीएमओ और अन्य चिकित्सक का स्थानांतरण न हो।
बैठक में दिए दिशा-निर्देश:
बैठक में निर्देश दिया गया कि बाढ़ की संभावना के दृष्टिगत राहत एवं बचाव से जुड़ी सभी तैयारियां कर ली जाएं। बाढ़ चौकियों का निर्धारण, नौका की उपलब्धता, राहत सामग्री आदि का प्रबंधन कर लिया जाए। इन कार्यों से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों का स्थानांतरण तीन माह तक नहीं किया जाए। वर्षा के बाद नगरीय क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन रही है। इसका स्थायी निराकरण कराया जाना आवश्यक है। प्रतिबंधित पॉलीथिन के प्रयोग पर रोक को कड़ाई से लागू किया जाना चाहिए।(साभार एजेंसी)