न्यूजीलैंड की अपनी यात्रा के अंतिम दिन राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित एक स्वागत समारोह में ऑकलैंड में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित किया। इस अवसर पर उनके साथ राज्य मंत्री श्री जॉर्ज कुरियन तथा संसद सदस्य श्री सौमित्र खान और श्री जुगल किशोर भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर न्यूजीलैंड के सभी भागों से ऑकलैंड आए भारतीय समुदाय के उत्साही सदस्यों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने न्यूजीलैंड के विकास और समृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए उनकी सराहना की। व्यापार से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा से लेकर प्रौद्योगिकी तक, उनका योगदान अमूल्य है।
राष्ट्रपति ने भारतीय समुदाय के समर्पण, कड़े परिश्रम और रचनात्मक भावना की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ये मूल्य हमें पीढ़ियों से मार्गदर्शन देते रहे हैं और भविष्य में भी हमें प्रेरित करते रहेंगे।
राष्ट्रपति ने भारत और न्यूजीलैंड के बीच द्विपक्षीय संबंधों की तीव्र प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि उच्चस्तरीय यात्राओं और प्रतिनिधिमंडलों के आदान-प्रदान ने दोनों देशों के बीच समझ को गहरा करने और सहयोग के नए रास्ते खोलने में योगदान दिया है। उन्होंने न्यूजीलैंड की सरकार और लोगों की उनकी समावेशी और स्वागत करने वाली भावना की प्रशंसा की, जिससे भारतीय समुदाय को फलने-फूलने और समृद्ध होने में मदद मिली।
राष्ट्रपति ने घोषणा की कि भारतीय प्रवासियों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करने के लिए भारत जल्द ही ऑकलैंड में वाणिज्य दूतावास खोलेगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह भारत-न्यूजीलैंड राजनयिक संबंधों को और बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाएगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि हम दुनिया भर में फैले अपने भारतीय समुदाय को विकसित भारत के निर्माण की यात्रा में प्रमुख भागीदार के रूप में देखते हैं। भारतीय समुदाय के कौशल, विशेषज्ञता और अनुभव भारत की प्रगति के लिए मूल्यवान हैं।
स्वागत समारोह के बाद राष्ट्रपति तिमोर-लेस्ते के लिए रवाना हुईं – जो उनकी तीन देशों की राजकीय यात्रा का अंतिम पड़ाव है।