माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर देश भर के शिक्षकों को अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा कि मैं शिक्षक दिवस के अवसर पर देश के सभी शिक्षकों को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। यह दिवस महान शिक्षाविद्, दार्शनिक और भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती का दिन है, जो पूरे देश के लिए प्रेरणा के महान स्रोत हैं। मैं इस अवसर पर उन्हें अपनी तरफ से विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं।
राष्ट्रपति ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं। एक विद्यार्थी के रूप में वे जीवन-कौशल और मूल्यों को सीखते हैं। देश के शिक्षक एक मार्गदर्शक के रूप में विद्यार्थियों को भविष्य के अधिनायकों के रूप में ढाल सकते हैं, जो हमारे देश के भविष्य को आकार देंगे।
शिक्षकों को भारत की भावी पीढ़ी के मस्तिष्क को पोषित करने और समग्र उत्कृष्टता की ओर उनका मार्गदर्शन करने का महत्वपूर्ण कार्य सौंपा गया है। शिक्षकों का दायित्व है कि वे विद्यार्थियों में नैतिक मूल्य, आलोचनात्मक सोच कौशल और समाज के प्रति कर्तव्य की भावना उत्पन्न करें। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में परिकल्पित शिक्षा प्रदान करने के आधुनिक तौर-तरीकों और प्रौद्योगिकी के इष्टतम उपयोग के माध्यम से, शिक्षक छात्र-छात्राओं को एक फलदायक जीवन यापन करने तथा एक विकसित राष्ट्र के निर्माण के लिए सशक्त बना सकते हैं।
मैं एक बार फिर समस्त शिक्षक समुदाय को अपनी शुभकामनाएं देती हूं तथा विद्यार्थियों के एक प्रबुद्ध समुदाय के निर्माण के प्रयास में उनकी सफलता की कामना करती हूं, जो भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।