(वाराणसी)11सितंबर,2024.
एजेंसी के अनुसार बीएचयू में कान, नाक, गला विभाग में एक नया ऑपरेशन सफल रूप से किया गया जो कि उत्तर प्रदेश, बिहार व झारखंड में यह पहला ऑपरेशन है। चंदौली के सुभाष नगर के रहने वाले दिनेश कुमार और गुंजा देवी की पुत्री लक्ष्मी (19) जन्मजात बहरी थी। उसका कान, कान की नली और बीच का भाग नहीं बना था, जिसके लिए उसके परिजनों ने बीएचयू के कान, नाक, गला विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक प्रो. राजेश कुमार से संपर्क किया।
जांच के बाद पता चला कि उस बच्ची का कान का अधिकांश भाग बनाही नहीं है, तो इसके लिए उनको ऑपरेशन की सलाह दिया गया। यह ऑपरेशन सफलता पूर्वक किया गया। में प्रो. (डॉ.) राजेश कुमार के साथ प्रो. विश्वंभर सिंह, डॉ. शिवा एस., डॉ. रामराज, डॉ. राहुल, डॉ. सृष्टि, डॉ. शिखर, डॉ. पामे के साथ ऑडियोलॉजिस्ट सुनील कुमार तथा एनेस्थीसिया से डॉ. यशपाल एवं पूरा ओटी स्टाफ शामिल रहा।
इसमें ऑपरेशन करके Active Bone Bridge Conducting Implant लगाया गया है जो कि अंदर के कान एवं हड्डी से जोड़ दिया गया है। अब यह बच्ची आम लोगों की तरह सुन सकेगी और बोल सकेगी। इसका विकास पूर्णरूप से सामान्य तरीक़े से होगा।
यह ऑपरेशन उत्तर प्रदेश एवं आसपास के राज्यों में पहली बार किया गया है। इस ऑपरेशन का आर्थिक खर्च चंदौली के विधायक सुशील सिंह और इण्डियन रेड क्रॉस सोसाइटी चंदौली CMO द्वारा मुहय्या कराया गया। प्रो. (डॉ.) राजेश कुमार ने बताया कि अब हम लोग ऐसे बच्चों, जिनका कान जन्मजात नहीं बना है या जो सुन और बोल नहीं पाते, उनका इलाज एवं ऑपरेशन नियमित रूप से कर रहे है(साभार एजेंसी)