नेपाल ने बाल्मीकि बैराज से छोड़ा 5.62 लाख क्यूसेक पानी,गंडक नदी में आया सैलाब,कई गांव डूबे

UP / Uttarakhand

(महराजगंज UP)29सितंबर,2024.

नेपाल में हुई भारी बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं जिसका असर अब उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिल रहा है।नेपाल ने वाल्मीकि बैराज से बड़ी गंडक नदी “नारायणी” में 5 लाख 62 हजार क्यूसेक पानी छोड़ दिया है, जिससे नदी पूरे उफान पर बह रही है। नेपाल ने वाल्मीकि बैराज के सभी दरवाजे खोल दिए जिससे गंडक नदी में पूरा सैलाब आ गया है। पिछले 56 साल में ये पहली बार है जब इतनी बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा गया है।

पिछले दो दिनों से नेपाल के पहाड़ी क्षेत्रों सहित मैदानी इलाकों में भारी बारिश हो रही है जिसकी वजह से आसपास के इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। नदी का बहाव देखकर आसपास के लोग भी बुरी तरह घबरा गए हैं। प्रशासन की ओर से सभी को सुरक्षित स्थानों पर जाने कह दिया गया है। निचले इलाकों को भी खाली करने के निर्देश दिए गए हैं।

नेपाल ने छोड़ा 5.62 लाख क्यूसेक पानी:

नेपाल से छोड़े गए पानी की वजह से खड्डा क्षेत्र के शिवपुर, बसंतपुर हरिहरपुर, नारायणपुर, मरचहवां, बकुलहा, बालगोविंद, छपरा आदि गांवों में बाढ़ आ गई है। आसपास के कई गांव पानी में डूब गए हैं। जिसकी वजह से लोगों का जन-जीवन भी अस्त व्यस्त हो गया है। घरों में नदी का पानी घुस गया है।

गंडक नदी में छोड़े गए पानी से प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर आ गया है। प्रशासन की ओर से प्रभावित इलाकों में एसडीआरएफ की टीमें लगाई गईं हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों के आसपास बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। ताकि लोगों को जल्द से जल्द समय रहते मदद दी जा सके। बाढ़ की चपेट में हजारों एकड़ जमीन आ गई है। वहीं कई गांवों का संपर्क भी टूट गया है।

कोसी नदी के जलस्तर में भी बढ़ोतरी की वजह से शनिवार को इसके बैराज से सभी 56 गेट खोल दिए गए। सुबह कोसी बैराज से 4.80 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जिससे खतरा बना हुआ है। प्रशासन लोगों को लगातार सावधान रहने की अपील कर रहा है। लोगों को आसपास के इलाके में जाने से रोक लगाई गई है।

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