(लखनऊ UP)06दिसम्बर,2024.
सऊदी अरब में बीते दो साल से हज यात्रियों को हो रहीं दुश्वारियों को देखते हुए हज कमेटी ऑफ इंडिया ने बीते दिनों दिल्ली में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की हज कमेटियों के आला अधिकारियों के साथ बैठक कर हज 2025 की तैयारियों और सुविधाओं को लेकर मंथन किया था। राज्य हज कमेटियों के सुझाव पर अमल करते हुए हज कमेटी ऑफ इंडिया ने सऊदी अरब में मक्का, मदीना व अन्य जगहों पर हज यात्रियों के आवागमन के लिए मिलने वाली बसों की सुविधा इस बार 24 घंटे देने का निर्णय लिया है। बस में विदेशी ड्रइवरों से हज यात्रियों को संवाद करने में भाषा की होने वाली समस्या को खत्म करने के लिए बसों में भारतीय ड्राइवर नियुक्त करने का भी निर्णय लिया गया है।
हज इंस्पेक्टर पर 150 यात्रियों की मदद की होगी जिम्मेदारी:
राज्य हज कमेटी के सचिव एसपी तिवारी ने बताया कि हज यात्रियों की देखभाल और उनकी मदद के लिए इस बार 150 यात्रियों के साथ एक स्टेट हज इंस्पेक्टर (खादिमुल हुज्जाज) भेजा जाएगा। अभी तक एक हज इंस्पेक्टर पर 200 यात्रियों की देखभाल की जिम्मेदारी रहती थी। उन्होंने बताया कि हज यात्रियों और खादिमुल हुज्जाज के बेहतर समंवय स्थापित करने के लिए सुनिश्चित किया जाएगा कि हज यात्री और हज सेवक एक ही जिले के हों।
सऊदी अरब में इस बार महिला और पुरुष हज यात्रियों को अलग-अलग कमरों में ठहराए जाने का नियम लागू किया है। ऐसे में हज पर जाने वाले पति और पत्नी भी एक ही कमरे में नही ठहराए जा सकेंगे। हज कमेटी के सचिव ने बताया कि हज यात्रियों की सुविधा के लिए हर राज्य के हज यात्रियों को एक ही भवन में ठहराया जाएगा। उन्होंने बताया कि हज कमेटी ने इस बार रियाल बदलने के लिए भारतीय स्टेट बैंक की बाध्यता भी समाप्त कर दी है। अब भारतीय स्टेट बैंक के साथ ही एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक से भी रियाल विनिमय कराए जा सकेंगे। यात्रा के दौरान हर राज्य के हज हाउस में तीनों बैंक के काउंटर खोले जाएंगे। काउंटर पर तय दर पर रियाल उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने बताया कि जरुरत पड़ने पर राज्य हज कमेटियों को स्थानीय स्तर पर भी मुद्रा विनिमय के लिए बैंक तय करने की छूट दी गई है(साभार एजेंसी)