मुख्यमंत्री योगी बोले-किसान हमारी प्रगति का आधार, पर उसके नाम पर सिर्फ राजनीति हुई

UP / Uttarakhand

(लखनऊ UP)09दिसम्बर,2024.

भारत पहले से ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था का देश माना जाता है। देश की सबसे बड़ी आबादी वाले उत्तर प्रदेश में सत्तर फीसदी लोग गांवों में निवास करती है। प्रदेश की भूमि उपजाऊ है। यह प्रकृति की अनुकंपा है। राज्य की 86 फीसदी भूमि सिंचित और उर्वरा है। देश के अंदर ऐसा कोई प्रदेश नहीं है जहां भूमि की उर्वरा यूपी जैसी हो।
उक्त बातें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहीं।

गन्ना उत्पादन में यूपी नंबर वन:
सीएम योगी ने कहा कि यूपी में गन्ना, मक्का और आलू के उत्पादन की दिशा में लगातार तेजी आई है। गन्ने के उत्पादन में तो हम नंबर एक पर हैं। पूरे देश का 25 फीसदी आलू का उत्पादन यूपी से होता है। धान और गेहूं के उत्पादन में भी लगातार इजाफा हो रहा है।

किसानों के नाम पर सिर्फ राजनीति:

सीएम योगी ने कहा कि यह अफसोस की बात है कि देश की कई राजनीतिक पार्टियां किसानों का सिर्फ इस्तेमाल करती हैं। उन्हें सच में उनकी चिंता नहीं है। 2014 में मोदी सरकार आने के बाद उसने किसानों की जिंदगी को बदलने का प्रयास किया। देश और प्रदेश में हमने किसानों की आमदनी लगातार बढ़ाने का प्रयास किया।

अमर उजाला का धन्यवाद:

सीएम ने कहा कि मैं अमर उजाला परिवार को धन्यवाद देना चाहूंगा कि उसने किसानों के मुद्दे को आवाज दी साथ ही उनके प्रयासों को एक मंच दिया।

पशुपालन मंत्री बोले जहां गाय है वहीं खेती:
पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि जहां गाय है वहां खेती है, जहां खेती है वहां गाय है। प्रदेश सरकार लगातार पशुपालन को बढ़ावा दे रही है। गाय के अलावा प्रदेश में मुर्गी पालन, भेड़, बकरी पालन आदि योजनाएं भी हम चला रहे हैं। उन्होंने किसानों से कहा कि आपको इन योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए।

मुख्यमंत्री योगी ने किया किसानों का सम्मान:
1- सुधीर सिंह, प्रयागराज बिना कीटनाशक के खेती। एफपीओ
2- आंचल चौधरी – बुलंदशहर, गुड़ और बायो एंजाइम का प्रयोग। महिला किसानों का सशक्तिकरण।

  1. मंत्रवती इटावा, वर्मी कंपोस्ट और श्री अन्न (रागी) का उत्पादन।
  2. राकेश वर्मा अयोध्या, ड्रैगन फूड और आर्गेनिक खेती करते हैं
  3. विवेक कुमार चंदौली, गुलाब व सूरजमुखी की खेती और काला चावल।
  4. राकेश कुमार बाराबंकी – सीमैप के साथ औषधीय और सुगंध खेती।
  5. विकास कुमार सिंह – बहराइच- मक्के की खेती, गौशाला
  6. प्रियंका सिंह पत्नी मनोज कुमार सिंह, बलरामपुर- उन्नत बीजों, स्वचालिक मशीन से खेती।
  7. नेकराम मिश्रा- सीतापुर, गन्ने के खेत से साथ इंटरक्रापिंग।
  8. दिवाकर सिंह- बाराबंकी, गेहूं के साथ सब्जी की खेती। ड्रिप स्प्रिंकलर से 30 फीसदी उत्पादन बढाया।
  9. हवलदार तिवारी- बहराइच, मक्का, गन्ना, धान और गेहूं की खेती में नया प्रयोग।

इन प्रगतिशील किसानों ने सीएम के सामने रखी बात:

सुधीर सिंह, प्रयागराजः हाईटेक नर्सरी को लेकर अपने अनुभव शेयर किए। एफपीओ के जरिए महिला किसानों की समृद्धि की योजना।

आंचल चौधरीः बुलंदशहर, गुड़ और बायो एंजाइम का प्रयोग। प्रोडक्ट हैंडमेंड बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमने 100 से अधिक किसानों को रोजगार के अवसर दिए।

राकेश वर्मा अयोध्याः ड्रैगन फूड और आर्गेनिक खेती करते हैं। साथ ही ब्रोकली की भी खेती करते हैं। वह बिना किसी रासायनिक खाद के खेती करते हैं।

अक्षय श्रीवास्तव गोरखपुरः एग्री स्टार्टअप और नैनो टेक्नोलॉजी के जरिएकिसानों की समृद्धि कर रहे हैं। मदन मोहन मालवीय संस्थान से बीटेक की शिक्षा पाई है। मिट्टी में पाए जाने वाले जीवाणुओं पर प्रयोग करते हैं(साभार एजेंसी)

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