(प्रयागराज UP)12दिसम्बर,2024.
महाकुंभ को लेकर प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों की तस्वीर तकरीबन बदल चुकी है। महाकुंभ की तैयारियों को लेकर इन स्टेशनों पर तकरीबन पांच हजार करोड़ की लागत से चल रहे अधिकांश कार्य पूरे हो चुके हैं, जो बचे हैं वह इसी माह के अंत तक पूरे हो जाएंगे। इस बार महाकुंभ ने प्रयाग जंक्शन और फाफामऊ स्टेशन को पूरी तरह से बदल दिया है। झूंसी को दारागंज से जोड़ने के लिए सौ वर्ष बाद एक नया गंगा पुल भी प्रयागराजवासियों को मिला है। महाकुंभ के मौके पर रेलवे रिकॉर्ड संख्या में तीन हजार से ज्यादा स्पेशल ट्रेनों को भी संचालित करने जा रहा है।
मंदिरनुमा बन रही प्रयाग और फाफामऊ स्टेशन की मुख्य इमारत:
पीएम मोदी महाकुंभ से जुड़े विकास कार्यों का लोकार्पण करने के लिए 13 दिसंबर को प्रयागराज आ रहे हैं। रेलवे की भी कई परियोजनाओं का लोकार्पण होना है। इसमें अमृत भारत स्टेशन के रूप में विकसित प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ जंक्शन पर बनी नई स्टेशन बिल्डिंग, 12-12 मीटर चौड़े दो फुट ओवरब्रिज समेत कई विकास कार्य शामिल हैं। इन दोनों ही स्टेशनों की मुख्य इमारत मंदिरनुमा बनाई जा रही है। इसमें अब गुंबद लगाए जाने का ही कार्य शेष रह गया है। प्रयाग स्टेशन की बात करें तो यहां महाकुंभ को लेकर तीन की जगह अब कुल चार प्लेटफॉर्म हो गए हैं। इन दोनों ही स्टेशनों पर महाकुंभ के दौरान एक ओर से यात्रियों का प्रवेश तो दूसरी ओर से निकास होगा।
झूंसी में अब हो गए तीन फुट ओवर ब्रिज, छह स्थायी आश्रयस्थल बनाए गए:
झूंसी स्टेशन को भी रेलवे प्रशासन ने प्रयागराज के सैटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित किया है। यहां 27.02 करोड़ से यात्री सुविधाओं में विस्तार किया गया है। यहां प्लेटफॉर्म की संख्या तीन से बढ़ाकर चार कर दी गई है। झूंसी स्टेशन पर एक नया फुट ओवरब्रिज भी बनाया गया है। अब यहां तीन फुट ओवरब्रिज हो गए हैं। साथ ही पहली बार छह स्थायी यात्री आश्रयस्थल भी बनाए गए हैं।
रामबाग को मिला नया प्लेटफॉर्म, एक नए एफओबी की भी सौगात:
प्रयागराज-रामबाग स्टेशन पर नया प्लेटफॉर्म और पुराने फुट ओवरब्रिज को ध्वस्त कर उसके स्थान पर नए पुल का निर्माण किया गया है। यहां सिटी साइड में पीआरएस कम यूटीएस टिकट के लिए नई बिल्डिंग बनाई गई है। प्लेटफॉर्म पांच एवं छह की लंबाई बढ़ाने के साथ उसमें शेड का विस्तार भी किया गया है। रामबाग स्टेशन पर तीन स्थायी आश्रयस्थल भी बनाए गए हैं। यहां अब लिफ्ट लगाने का कार्य रेलवे प्रशासन ने शुरू किया है।(साभार एजेंसी)