(रूड़की)03जनवरी,2025.
देवबंद-रुड़की रेलमार्ग का लगभग 95 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। केवल पांच प्रतिशत फिनिशिंग का कार्य बचा है, जिसे तेजी के साथ अंतिम रूप दिया जा रहा है। जनवरी के अंतिम सप्ताह में ट्रेनों का संचालन करने का लक्ष्य मिला है, लेकिन अधिकारी फरवरी के दूसरे या तीसरे सप्ताह में ट्रेनों का संचालन आरंभ होने की बात कह रहे हैं।
बता दें, कि वर्ष 2006 में देवबंद रुड़की रेल लाइन बनाने की घोषणा हुई थी। इसके बाद भूमि अधिग्रहण में मुआवजे को लेकर लंबे समय तक पेंच फंसा रहा, जिसके चलते कार्य देरी से आरंभ हुआ। करीब एक हजार करोड़ रुपये की लागत के इस प्रोजेक्ट का 17 किमी हिस्सा उत्तर प्रदेश और 10 किमी हिस्सा उत्तराखंड में लगता है। देवबंद से रुड़की के बीच में बन्हेड़ा खास और झबरेड़ा में स्टेशन बनकर तैयार हैं। बिजली की वायरिंग भी बिछा दी गई।
अब केवल फिनिशिंग का कार्य ही चल रहा है, जिसे तेजी के साथ पूरा किया जा रहा है। इस पर ट्रेनों का संचालन आरंभ होने के बाद हरिद्वार, रुड़की, दिल्ली व देहरादून जाने वाले यात्रियों को लाभ होगा। क्योंकि वर्तमान में रुड़की, हरिद्वार और देहरादून जाने के लिए यात्रियों को सहारनपुर या फिर टपरी स्टेशन से होकर जाना पड़ता है, लेकिन इस रेलमार्ग से वह देवबंद से सीधे रुड़की होकर देहरादून व हरिद्वार जा सकेंगे। इससे 33 किमी की दूरी कम हो जाएगी।
इन गांवों से होकर गुजर रहा रेलमार्ग:
यूपी व उत्तराखंड को जोड़ने वाला नया रेलमार्ग सहारनपुर जनपद के 14 और हरिद्वार के 11 गांवों से होकर गुजर रहा है। इनमें देवबंद का गांव बन्हेड़ा खास, जाटौल, मझौल जबरदस्तपुर, नियामतपुर, माजरी, असदपुर करंजाली, दिवालहेड़ी, नूरपुर देवबंद हदूद शामिल हैं।
देवबंद-रुड़की रेलमार्ग का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। प्रयास है कि फरवरी के दूसरे या फिर तीसरे सप्ताह में इस रेलमार्ग पर ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा।
-रविंद्र कुमार, सीनियर सेक्शन इंजीनियर, देवबंद रुड़की रेलमार्ग परियोजना