(गोरखपुर UP)13फरवरी,2025.
वसंत ऋतु के आगमन के साथ ही चिड़ियाघर में रंग-बिरंगी तितलियां दिखने लगी हैं। तितलीघर में मीठे फूलों पर तितलियों को देख बच्चे आकर्षित हो रहे हैं। परिसर में पौधों पर केमिकल का इस्तेमाल नहीं होने की वजह से भी चिड़ियाघर में तितलियों की संख्या बढ़ी है। रंग-बिरंगी तितलियों की 30 प्रजातियां बच्चों को लुभा रही हैं।
शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान (चिड़ियाघर) में वसंत ऋतु आते ही तितलियों का आगमन हो गया है। चिड़ियाघर में स्थित तितलीघर का सुंदरीकरण किया गया है। यहां कोस्मोस, चम्पा, गेंदा, मदार, चमेली, गुलाब, बटरफ्लाई बुश, लैंटाना, जेनिया, मरिगोल्ड, सूरजमुखी, हिबिस्कस, पेटुनिया, डहेलिया आदि पौधों को लगाया गया है।
20 जनवरी को सीएम योगी आदित्यनाथ ने तितलीघर का लोकार्पण किया था। इसके बाद से इसे दर्शकों के लिए खोल दिया गया है। अब यहां करीब 30 प्रजाति की तितलियां देखने को मिल रही हैं।
चिड़ियाघर के उपनिदेशक डॉ. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि परिसर में कॉमन लाइम, कॉमन मॉरमोन, कॉमन इमिग्रेंट, लार्ज सैल्मन अरब, स्मॉल सैल्मन अरब, चॉकलेट पैंसी, कॉमन क्रो समेत 30 प्रजाति की तितलियां देखने को मिल रही हैं। आमतौर पर यहां स्वैलोटेल्स, व्हाइट्स एंड येलो, ब्रश फुटेड तितलियां, ब्लूज और स्किपर्स परिवार की तितलियां पाई जाती हैं।
बंद होने की वजह से नहीं आती थीं तितलियां:
तितलीघर पूरी तरह से बंद होने की वजह से तितलियां उसमें नहीं रुक रही थीं। चिड़ियाघर सोसाइटी की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा के बाद एक कमेटी बनाई गई थी। कमेटी ने फैसला लिया कि तितलीघर को खोला जाए। इसमें नए पौधे लगाए जाएं ताकि तितलियां स्वयं आकर उस पर बैठें।
इसके बाद तितलीघर में बड़ी खिड़कियां खोली गईं। ऊपर एक्जॉस्ट लगाया गया ताकि अंदर की गर्मी बाहर निकाली जा सके और नए पौधे लगाए गए। डॉ. योगेश ने बताया कि तितलीघर में इंटरप्रिटेशन सेंटर भी बनाया गया है। बच्चे यहां तितली की विभिन्न प्रजातियों के बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं(साभार एजेंसी)