महाकुंभ में अव्यवस्थाओं पर विपक्ष ने सरकार को घेरा,सत्ता पक्ष ने किया पलटवार

UP / Uttarakhand

(लखनऊ UP)22फरवरी,2025.

उ.प्र.की राजधानी लखनऊ स्थित विधानसभा में प्रयागराज महाकुंभ में अव्यवस्थाओं को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर जुबानी तीर चले। सत्ता पक्ष ने इसे सफल आयोजन करार दिया तो विपक्ष ने हादसे और बदइंतजामी के लिए जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की मांग की। राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कई सदस्यों को अपनी बात रखने का मौका भी मिला।

चर्चा की शुरुआत कांग्रेस दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने की। उन्होंने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण सरकार की झूठी प्रशंसा का दस्तावेज लग रहा था। राज्यपाल का बड़ा राजनीतिक व्यक्तित्व है, लिहाजा वह इसका हिस्सा नहीं बनना चाहती थीं। तभी उन्होंने इसे पूरा नहीं पढ़ा। पहली बार अभिभाषण की शुरुआत में श्रद्धांजलि शब्द का प्रयोग हुआ।

महाकुंभ का प्रचार होने की वजह से करोड़ों लोग पहुंच गए। भगदड़ में हुई मौतों को स्वीकारने में 17 घंटे लग गए। आखिर इस अव्यवस्था का जिम्मेदार कौन था। वहां अनुभवहीन अफसरों को तैनात कर दिया गया। अभिभाषण में प्रदेश में कोई दंगा नहीं होने का दावा किया गया है तो बहराइच और संभल में क्या हुआ था।

सपा के बागी विधायक मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण प्रदेश के भविष्य के दृष्टिगत है। सरकार प्रदेश की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को बचा रही है। सपा सरकार में मेरे पास भी धर्मार्थ कार्य विभाग था, लेकिन उसका जीरो बजट होने की वजह से मैं कुछ काम नहीं करा सका।

पूर्व मंत्री अनुपमा जायसवाल ने कहा कि योगी सरकार विकास के नए अध्याय रच रही है। उन्होंने कई श्लोकों के माध्यम से महाकुंभ की महिमा का बखान करते हुए कहा कि 56 करोड़ श्रद्धालुओं में कौन किस जाति का है, बता दीजिए। वहां सब हिंदुस्तानी और सनातनी आ रहे हैं। उन्होंने कई केंद्रीय योजनाओं का जिक्र भी किया, जिनके क्रियान्वयन में यूपी पहले स्थान पर है।

धौरहरा से भाजपा विधायक विनोद शंकर अवस्थी, शिकोहाबाद के सपा सांसद डॉ. मुकेश वर्मा, धनघटा से भाजपा विधायक गणेश चंद्र, आलापुर से सपा विधायक त्रिभुवन दत्त, प्रतापगढ़ से भाजपा विधायक राजेंद्र कुमार, पुरवा के भाजपा विधायक अनिल सिंह, कैम्पियरगंज से भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह ने भी चर्चा में भाग लिया।

वीआईपी कल्चर से बिगड़े हालात : पल्लवी
सपा सदस्य पल्लवी पटेल ने कहा कि महाकुंभ सरकार को चलाने वाले लोगों और उनके मित्रों के लिए वरदान साबित हुआ। श्रद्धालुओं को लूटा गया। दिल्ली से अमेरिका जाना सस्ता है, प्रयागराज जाना महंगा है। आम आदमी सुविधाओं के लिए हांफ रहा है।

सरकार लोगों की संख्या को अपनी उपलब्धि न बताए। यह धार्मिक चेतना का परिणाम है। अव्यवस्था को स्वीकार कीजिए। वहां वीआईपी कल्चर की वजह से यह नौबत आई। विपक्ष पर महाकुंभ को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया जा रहा है तो फिर पूरा मंत्रिमंडल वहां क्या भजन-कीर्तन करने गया(साभार एजेंसी)

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