(अयोध्या UP)04मार्च,2025.
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि राज्य के सभी विश्वविद्यालय आगामी 10 साल का विजन डॉक्यूमेंट बनाएं। इसके तहत शिक्षकों और विद्यार्थियों के साथ मिल बैठकर कुछ नया प्लान करें और उसी के अनुसार काम करें।
राज्यपाल मंगलवार को डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की स्थापना के 50 साल पूरे होने पर विवेकानंद प्रेक्षागृह में स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि हमें भगवान श्रीराम से सीखना होगा और उनके पदचिन्हों पर चलना होगा। श्रीराम के चरित्र पर सभी विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के बीच डिबेट होनी चाहिए ताकि वह कुछ सीखें और श्री राम के चरित्र को अपने जीवन में उतारें। इससे जिंदगी को बदला जा सकता है।
उन्होंने कहा कि श्री अन्न यानी मिलेट के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए झांसी विश्वविद्यालय से सीखना होगा। वहां पर श्री अन्न को बेचकर आर्थिक तरक्की की जा रही है। सभी विश्वविद्यालय को आने वाले समय में आत्मनिर्भर बनना ही होगा क्योंकि बहुत समय तक ग्रांट के भरोसे नहीं रहा जा सकता है। अपने खुद के आय के स्रोत पैदा करने होंगे।
श्री अन्न के माध्यम से बीमारी और कुपोषण से भी मुक्ति मिलेगी।इसकी पूरे विश्व में इस समय मांग हो रही है। हम दे रहे हैं लेकिन खुद इसे नहीं खा रहे हैं। बेटियों के स्वास्थ्य की भी चिंता करनी होगी। खेल के माध्यम से युवाओं को नई दिशा दिखानी होगी, जो खेलेगा वह खिलेगा, इस ध्येय वाक्य को चरितार्थ करना होगा।(साभार एजेंसी)