सीएम योगी का ऐलान:गंगा एक्सप्रेस-वे के किनारे विकसित किए जाएंगे औद्योगिक क्लस्टर,युवाओं को मिलेगा रोजगार

UP / Uttarakhand

(लखनऊ UP)30अप्रैल,2025.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गंगा एक्सप्रेसवे को फर्रुखाबाद, आगरा एक्सप्रेसवे व बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा। इसके किनारे औद्योगिक क्लस्टर विकसित किए जाएंगे। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। मुख्यमंत्री ने रविवार को शाहजहांपुर के जलालाबाद में गंगा एक्सप्रेसवे पर 3.50 किमी लंबी नवनिर्मित हवाई पट्टी का निरीक्षण किया। यहां पर दो और तीन मई को लड़ाकू विमानों की लैंडिंग कार्यक्रम की समीक्षा की। उन्होंने गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण की गुणवत्ता पर भी जोर दिया। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने बताया कि गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण का निर्णय 2019 के प्रयागराज कुंभ में लिया गया था। तय किया गया था कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश को गंगा एक्सप्रेस-वे के माध्यम से प्रयागराज तक जोड़ा जाएगा। इसे वर्ष 2020 में कैबिनेट से स्वीकृति मिलने के बाद तेजी से कार्यवाही को आगे बढ़ाया गया। यह 594 किलोमीटर लंबा, सिक्स लेन एक्सप्रेसवे पश्चिमी उत्तर प्रदेश को प्रयागराज से जोड़ने का महत्वपूर्ण माध्यम बनेगा। भविष्य में इसे आठ लेन का किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि परियोजना के लिए 18,000 एकड़ भूमि किसानों से खरीदी गई है, जिसकी लागत 36,230 करोड़ रही। यूपीडा ने इस परियोजना में निवेश कर निर्माण कार्य कराया है। देश के सबसे बड़े एक्सप्रेसवे के रूप में उभरते गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण चार पैकेजों में किया जा रहा है और इसका कार्य नवंबर, 2025 तक पूरा किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि महाकुंभ के दृष्टिगत मेरठ से हरिद्वार, काशी, पूर्वांचल, गाजीपुर, शक्तिनगर एवं सोनभद्र तक भी कनेक्टिविटी परियोजनाएं विकसित की जाएंगी।

अन्य प्रांतों में भी मांग. योगी जैसी हो सरकार : सुरेश खन्ना
वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश में आठ वर्षों की सेवा से लोगों की सोच बदली है। उत्तर प्रदेश में विकास का पहिया घूमा है। अन्य प्रांतों में भी लोगों की मांग है कि योगी जैसी सरकार हो। शाहजहांपुर को 12 से अधिक विकास कार्यों की सौगात दी जा चुकी है।

दो नवंबर को गंगा एक्सप्रेसवे के लोकार्पण की तैयारी:
मुख्य सचिव मनोज सिंह ने कहा कि 594 किलोमीटर लंबा गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ एवं प्रयागराज तक बना है। दो नवंबर को कार्य पूर्ण होने पर जनता के लिए लोकार्पण किया जाएगा। 36,230 करोड़ की लागत से बने गंगा एक्सप्रेसवे की कार्यदायी संस्था द्वारा 30 वर्ष की गारंटी होगी।

लैंडिंग के दौरान भी आवागमन नहीं होगा बाधित:
कंक्रीट और सीमेंट की पांच किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी छह लेन की है। पट्टी के दोनों तरफ काफी चौड़ी पटरी है। जिसके बाद करीब ढाई मीटर चौड़ाई की ड्रेन तथा बाद में दस-दस मीटर चौड़ी दोनों तरफ रोड बनाई गई है। इमरजेंसी में होने वाली विमान लैंडिंग के दौरान वाहन दोनों तरफ बनाई गई इसी दस-दस मीटर चौड़ी सड़क से आ-जा सकेंगे। वाहन इस रोड को लांघकर पट्टी पर न चढ़ जाएं, इसके लिए ड्रेन बनी है(साभार एजेंसी)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *