रस्क फैक्टरी में लगी भीषण आग, मालिक और कर्मी की जलकर मौत

UP / Uttarakhand

(लखनऊ UP)04मई,2025.

लखनऊ के सरोजनीनगर में शनिवार शाम को अमौसी स्टेशन रोड स्थित रस्क फैक्टरी में भीषण आग लग गई। इस बीच ताबड़तोड़ कई धमाके भी हुई। फैक्टरी में मालिक मवैया निवासी अखिलेश व उनका कर्मचारी अबरार फंस गए। दमकल कर्मियों ने 14 गाड़ियों से पांच घंटे में आग पर काबू पा लिया। हादसे में अखिलेश और अबरार की जलकर मौत हो गई।

अमौसी स्टेशन रोड पर गंगाविहार में अखिलेश की स्वीटी फूड नाम से चार मंजिला रस फैक्टरी है। पड़ोसी दुकानदारों के मुताबिक शनिवार को शाम साढ़े चार बजे अखिलेश व दस कर्मचारी फैक्टरी में काम कर रहे थे। इस बीच फैक्टरी में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। ऊंची-ऊंची लपटों को उठता देख मालिक और कर्मी घबरा गए। अखिलेश और अबरार आग बुझाने में जुट गए। जबकि नौ अन्य कर्मी शोर मचाते हुए बाहर भाग निकले। घटना से अफरा-तफरी मच गई। अगल-बगल के दुकानदारों ने घटना की जानकारी दमकल और पुलिस को दी। वे भी निजी संसाधनों से आग बुझाने में लग गए। हादसे की जानकारी पर एडीसीपी दक्षिणी अमित कुमावत, एसीपी कृष्णानगर विकास पांडेय, एसडीएम सरोजनीनगर सचिन वर्मा, तहसीलदार, इंस्पेक्टर राजदेव प्रजापति पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए।

केमिकल और ऑक्सीजन टैंक में धमाके से भड़की आग:
देखते ही देखते आग विकराल हो गई और पूरी फैक्टरी को अपनी चपेट में ले लिया। लपटों की तपिश से ताबड़तोड़ फैक्टरी के छत पर रखे केमिकल और ऑक्सीजन टैंक एक बाद एक फटने लगे। इससे लोगों में दहशत मच गई। धमाके इतने तेज थे कि पड़ोसियों के मकान में लगी खिड़कियों के शीशे चिटक गए। फैक्टरी के बाहर खड़ी एक कार को भी आग ने अपनी चपेट में ले लिया।

दो टीमों में बंट कर दमकल ने शुरू किया राहत कार्य:
सीएफओ मंगेश कुमार और एफएसओ सरोजनीनगर दो गाड़ियों और टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। दमकल कर्मी दो भागों में बंट गए और आग पर काबू पाने की कोशिश करने लगे। मगर आग और विकराल होती चली गई। ऐसे में फायर स्टेशन हजरतगंज, आलमबाग, चौक और पीजीआई से भी 12 गाड़ियां बुलाई गईं। एक टीम हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म पर चढ़कर छत तक पहुंची और आग पर काबू पाने लगी। जबकि दूसरी टीम नीचे रेस्क्यू कार्य कर रही थी।
एसडीआरएफ ने निकाले ।

दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद पांच घंटे में आग को पूरी तरह से बुझा लिया। इसके बाद दमकल कर्मियों को मालिक और कर्मचारियों के फैक्टरी में फंसे होने की जानकारी मिली। दमकल ने स्मोक एग्जॉस्ट से धुआं बाहर निकाला। फिर वीआर सेट पहनकर वे फैक्टरी में दाखिल हुए और दोनों का पता लगाने लगे। इस बीच एसडीआरएफ जवान भी मौके पर पहुंच गए। टीम ने दस मिनट में दोनों के शव बाहर निकाल लिए।

तीन दिन पहले फैक्टरी का फिर शुरू हुआ था संचालन:
एडीसीपी दक्षिणी अमित कुमावत ने बताया कि फैक्टरी काफी समय से बंद चल रही थी। तीन दिन पहले ही अखिलेश ने दोबारा फैक्टरी का संचालन शुरू किया था। तभी किसी चीज में शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी। हादसे में मालिक अखिलेश और कर्मचारी अबरार की मौत हुई है। उधर, दुकानदारों ने फैक्टरी का संचालन काफी समय से होने की बात कही है। वहीं, एफएसओ सरोजनीनगर का दावा है कि फैक्टरी काफी समय से बंद थी। उसमें बेकरी का संचालन होता था।(साभार एजेंसी)

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