(गोरखपुर UP) 13जून,2025.
गोरखपुर के छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब उन्हें प्रोफेशनल कोर्सेज के लिए दूर-दूर के बड़े शहरों का रुख करने की जरूरत नहीं रहेगी। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी (DDU) और मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी (MMMUT) में 2025-26 से कई नए और बेहतर कोर्स शुरू किए जाएंगे। यह कदम स्थानीय छात्रों को ग्लोबल स्तर की शिक्षा देने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है और गोरखपुर को एक एजुकेशनल हब के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।
टेक्नोलॉजी और मैनेजमेंट के नए कोर्स:
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी में तकनीक के क्षेत्र में नए कोर्सेज शुरू किए जाएंगे, जिनमें मास्टर्स इन कंप्यूटर एप्लीकेशंस (MCA), एमटेक कंप्यूटर साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस शामिल हैं. इसके साथ ही मैनेजमेंट और फाइनेंस के क्षेत्र में भी नए विकल्प आएंगे, जैसे मास्टर्स इन होटल मैनेजमेंट, GST सर्टिफिकेट कोर्स और कैपिटल मार्केट में पीजी डिप्लोमा। इन कोर्सेज का सिलेबस इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के सुझावों के आधार पर तैयार किया गया है ताकि छात्र नौकरी के लिए पूरी तरह तैयार हो सकें।
ट्रेडिशनल और मॉडर्न नॉलेज का मेल:
मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी तकनीकी शिक्षा के साथ भारतीय पारंपरिक ज्ञान को भी विद्यार्थियों तक पहुंचा रही है। B.Tech के छात्रों को अब वैकल्पिक विषयों के रूप में गीता और वैदिक गणित पढ़ने का मौका मिलेगा. यह पहल छात्रों को तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ जीवन के लिए समग्र सोच विकसित करने में मदद करेगी।
फूड और ड्रग टेक्नोलॉजी सेंटर की स्थापना:
MMMUT में फूड और ड्रग टेक्नोलॉजी सेंटर की स्थापना हो रही है, जहां छात्रों को खाद्य पदार्थों और दवाओं की क्वालिटी जांचने और विश्लेषण करने की ट्रेनिंग दी जाएगी. यह सेंटर खासतौर पर फूड और फार्मा इंडस्ट्री में करियर बनाने वाले छात्रों के लिए बहुत फायदेमंद होगा।
एडवांस्ड साइबर फॉरेंसिक लैब की सुविधा:
कंप्यूटर साइंस विभाग में एक अत्याधुनिक साइबर फॉरेंसिक लैब तैयार की जा रही है, जहां छात्रों को VPN, टॉर नेटवर्क, मैलवेयर एनालिसिस और फर्जी अकाउंट की पहचान जैसी साइबर सुरक्षा की आधुनिक तकनीकें सिखाई जाएंगी.टपपपपटपटपपपप यह लैब साइबर अपराध के बढ़ते खतरे के समय में दक्ष प्रोफेशनल तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
वाइस चांसलर का बयान:
DDU की वाइस चांसलर प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि ये सभी कोर्स छात्रों की वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर शुरू किए जा रहे हैं. इससे गोरखपुर और आसपास के छात्रों को गुणवत्ता वाली शिक्षा के लिए कहीं और जाने की जरूरत नहीं होगी. यह पहल गोरखपुर को एक एजुकेशनल हब बनाने की दिशा मे महत्वपूर्ण है(साभार एजेंसी)