(अंबाला, हरियाणा)14जून,2025.
अंबाला रेल मंडल के अधीन लगभग 45 साल पुराने बठिंडा रेलवे स्टेशन के दिन बहुरेंगे। स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा। स्टेशन के नवनिर्माण पर 98.33 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
रेल भूमि विकास प्राधिकरण: (आरएलडीए) द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को रेल मंत्री ने मान्यता प्रदान कर दी है। अब जल्द ही स्टेशन के निर्माण की रुपरेखा तैयार की जाएगी ताकि अलग-अलग दिनों में ब्लॉक लेकर काम शुरू हो सके और ट्रेनों को संचालन भी प्रभावित न हो। इसके लिए अंबाला रेल मंडल ने कसरत शुरू कर दी है।
यह मिलेंगी सुविधाएं:
आरएलडीए ने धरातल पर उतरकर जो नक्शा तैयार किया था। उसे पहले मंडल रेल प्रबंधक के समक्ष प्रस्तुत किया गया था। कुछ बदलाव हुए और फिर नक्शे को मान्यता के लिए रेल मंत्री के पास भेज दिया गया। नक्शे के हिसाब से स्टेशन को आधुनिक तरीके से तैयार किया जाएगा। इसमें रेलवे परिसर का विस्तार होगा। वहीं प्लेटफार्मों का भी विस्तार होगा। इसके अलावा शौचालय आदि की व्यवस्था भी उपलब्ध होगी। प्लेटफाॅर्माें पर बैठने के लिए नए बैंच और कुर्सियां लगाई जाएंगे। खानपान के लिए भोजनालय की सुविधा, एसी वेटिंग रुम, निकासी और आगमन के लिए अलग-अलग द्वार व सुरक्षा व सुविधा के लिए भी कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा।
ट्रेनों की स्थिति:
मौजूदा समय में अंबाला से बठिंडा के बीच छह ट्रेनों का संचालन हो रहा है। इसमें एक्सप्रेस और दो पैसेंजर ट्रेन है। ट्रेन नंबर 14887 ऋषिकेश-बाड़मेर एक्सप्रेस का संचालन का संचालन रोजाना हो रहा है। इसी प्रकार ट्रेन नंबर 14524 अंबाला-श्रीगंगानगर एक्सप्रेस, 14507 दिल्ली-फाजिल्का एक्सप्रेस, 14816 ऋषिकेश-श्रीगंगानगर एक्सप्रेस का संचालन रोजाना हो रहा है। इसके अलावा ट्रेन नंबर 54551 अंबाला कैंट-बठिंडा पैसेंजर और 54765 धूरी-बठिंडा पैसेंजर का संचालन भी हो रहा है।
ये है इतिहास:
राजपुताना-मालवा रेलवे ने 1884 में एक हजार मीटर गेज लाइन दिल्ली-रेवाड़ी को बठिंडा तक बढ़ाया था। 2003 तक बठिंडा दुनिया का सबसे पुराना और सबसे बड़ा वाणिज्यिक मीटर गेज रेलवे जंक्शन था। दक्षिणी पंजाब रेलवे कंपनी ने 1897 में दिल्ली-बठिंडा-समसत्ता लाइन खोली।1901-02 में जोधपुर-बीकानेर रेलवे द्वारा मीटर गेज जोधपुर-बीकानेर लाइन को बठिंडा तक बढ़ाया गया और फिर इसे ब्रॉड गेज में बदल दिया गया।
मंडल का ए श्रेणी स्टेशन:
बठिंडा को अंबाला रेलवे मंडल के ए श्रेणी स्टेशन के रूप में वर्गीकृत किया गया है। अगस्त 2018 में बठिंडा रेलवे स्टेशन पूर्ण रूप से विद्युतीकृत बन गया था। बठिंडा रेलवे स्टेशन नई दिल्ली, चंडीगढ़, जालंधर, अंबाला छावनी, पानीपत, कोलकाता, लखनऊ, जयपुर, पटना, अहमदाबाद, गुवाहाटी, जम्मू, उधमपुर, अमृतसर, डिब्रूगढ़, झांसी, हजूर साहिब नांदेड़, भोपाल, मुंबई, लुधियाना, श्री माता वैष्णो देवी कटरा, जोधपुर, हरिद्वार, बीकानेर, लुमडिंग, रामपुर, पटियाला, इलाहाबाद, रतलाम और कोटा जैसे लगभग सभी प्रमुख शहरों से रेल माध्यम के द्वारा जुड़ा हुआ है(साभार एजेंसी)