( नई दिल्ली )21जून, 2025.
ईरान में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर एक और निकासी उड़ान आज रात 11:30 बजे के आसपास राष्ट्रीय राजधानी में आ सकती है। इससे पहले महान एयर की निकासी उड़ान 256 भारतीय छात्रों को लेकर शनिवार को दिल्ली हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतरी। इनमें अधिकांश छात्र कश्मीर घाटी से थे। अपनों को देखकर एयरपोर्ट पर परिजन की आंखों से आंसू छलक पड़े। चिंतित परिवारों के चेहरे पर सुकून साफ दिखाई दे रहा था। छात्र पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के बीच ईरान में फंसे हुए थे। इस्राइल और ईरान के बीच छिड़े संघर्ष की वजह से क्षेत्र में हालात तनावपूर्ण हो गया है।
जम्मू और कश्मीर छात्र संघ ने एक बयान में कहा, ‘ईरानी अधिकारियों के साथ वार्ता, भारत सरकार को प्रयासों और समय पर समन्वय के लिए धन्यवाद। हम सभी शेष छात्रों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’ एसोसिएशन ने यह भी पुष्टि की कि भारतीय छात्रों को लेकर एक और निकासी उड़ान रात 11:30 बजे के आसपास राष्ट्रीय राजधानी में आने की उम्मीद है।
ऑपरेशन सिंधु के तहत 24 घंटे के भीतर ईरान से भारतीयों को वापस लाने वाली यह दूसरी उड़ान थी। 290 छात्रों को लेकर ईरान के मशहद से उड़ी एक उड़ान शुक्रवार देर रात दिल्ली में उतरी। भारतीय अधिकारियों ने अपने ईरानी समकक्षों के साथ समन्वय करके फंसे हुए छात्रों को तेहरान से मशहद तक जाने में मदद की। भारत के प्रति समर्थन दिखाते हुए ईरान ने भी अपना हवाई क्षेत्र खोला था।
कुल मिलाकर लगभग 1,000 भारतीय नागरिकों को विशेष उड़ानों की एक सीरीज के माध्यम से घर लाया जा रहा है। तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात समेत दो अतिरिक्त उड़ानें भी निर्धारित हैं। अश्गाबात वाला विमान रविवार को सुबह 3 बजे के आसपास दिल्ली पहुंच सकता है।
‘ऑपरेशन सिंधु’ ईरान में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए शुरू किया गया है। विदेश मंत्रालय ने पिछले सप्ताह इस्राइल और ईरान के बीच बिगड़ते हालात और बढ़ते संघर्ष के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंधु’ शुरू किया था। संघर्ष की वजह से क्षेत्रीय हवाई यात्रा बुरी तरह बाधित हुई है। ईरान में कई भारतीय नागरिक फंस गए हैं। इससे पहले गुरुवार को 110 छात्रों को आर्मेनिया और दोहा के रास्ते बाहर निकाला गया था।
ऑपरेशन सिंधु पर भारत सरकार की प्रतिक्रिया:
ईरान-इस्राइल संघर्ष के चलते स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है। भारत सरकार ने समय रहते कदम उठाते हुए अपने नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। ऑपरेशन सिंधु को लेकर विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह मिशन तब तक जारी रहेगा, जब तक ईरान से हर भारतीय सुरक्षित अपने घर न लौट जाए। ऐसे क्षेत्र से इतनी बड़ी संख्या में लोगों को निकालना एक चुनौतीपूर्ण काम था, जिसे भारत सरकार ने कुशलता से अंजाम दिया है।(साभार एजेंसी)