गूंजा बम-बम,रामेश्वरम के जल से काशी विश्वनाथ का अभिषेक

UP / Uttarakhand

(वाराणसी,UP )29 जुलाई ,2025.

सावन महीने की पूर्णिमा पर रामेश्वरम के जल से बाबा विश्वनाथ का अभिषेक होगा। वहीं, रामेश्वर महादेव का काशी विश्वनाथ मंदिर की ओर से भेजे गए त्रिवेणी के जल और रेत से अभिषेक किया जाएगा। सावन के तीसरे सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामेश्वरम मंदिर के प्रतिनिधियों को त्रिवेणी का जल कलश और रेत सौंपेंगे।

उत्तर और दक्षिण भारत को एकाकार करने के लिए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने सावन के महीने में तीर्थों के जल के आदान प्रदान की परंपरा शुरू की है। इसके तहत मंदिर की ओर से त्रिवेणी का जल के साथ रेत और रामेश्वरम के कोडी तीर्थम सागर के जल का आदान प्रदान होगा।

रविवार को प्रयागराज के एडीएम सिटी सत्यम मिश्र, मेला प्राधिकरण से एडीएम विवेक चतुर्वेदी, संत समाज एवं सैन्य आयुध भंडार के अधिकारियों की मौजूदगी में पवित्र त्रिवेणी संगम का जल व रेत प्रयाग से काशी के लिए रवाना हुआ। सावन के तीसरे सोमवार यानी आज पवित्र संगम के जल से बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक होगा।

इसके बाद विशेष समारोह में सीएम योगी आदित्यनाथ यह पावन संगम जल व रेत श्री रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग के प्रतिनिधिमंडल को सौंपेंगे। त्रिवेणी के जल से रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग के प्रधान महादेव श्री रामनाथस्वामी भगवान सावन भर अभिषेक और पूजन होगा।

एसडीएम शंभूशरण ने बताया कि आदि शंकराचार्य ने उत्तर और दक्षिण भारत को जोड़ने की जो परंपरा शुरू की थी, उसी के तहत दोनों ज्योतिर्लिंग से तीर्थों के जल का आदान प्रदान किया जा रहा है।

51 फीट के शिवलिंग के आकार का कांवड़ लेकर निकले : 51 फीट के शिवलिंग की झांकी के साथ कांवड़ यात्रा रविवार को दशाश्वमेध घाट से शिवपुर होते हुए त्रिलोचन महादेव के लिए निकली। इस अनोखे कांवड़े को के दर्शन के लिए लोगों की भीड़ पूरे रास्ते उमड़ी रही। नागेश्वर कांवरिया संघ शिवपुर शिवभक्तों की ओर से कांवड़ यात्रा 25 वर्षों से निकाली जा रही है।

महामंत्री कमलेश केशरी ने बताया कि मां गंगा का पवित्र जल लेकर त्रिलोचन महादेव के लिए निकले। मुख्य अतिथि राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने शिवपुर में शिवलिंग की पूजा कर यात्रा को प्रस्थान कराया। इस दौरान शंकर गुप्ता, अनिल मिश्रा, कैलाश, प्रेम चंद, पिंटू यादव आदि मौजूद रहे।

आज व्यापारी निभाएंगे जलाभिषेक की परंपरा:
सावन के सोमवार की श्रद्धालुओं को कतारबद्ध होकर ही बाबा विश्वनाथ के झांकी दर्शन मिलेंगे। बाबा विश्वनाथ का तीसरे सोमवार को अर्धनारीश्वर स्वरूप में शृंगार किया जाएगा। विश्वनाथ गली व्यवसायी संघ की ओर से सावन के तीसरे सोमवार को बाबा का जलाभिषेक होगा। यात्रा सुबह नौ बजे चितरंजन पार्क से प्रारंभ होकर विश्वनाथ गली, ढुंढिराज गणेश होते हुए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचेगी। यात्रा का नेतृत्व अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकर पुरी और विधायक डाॅ. नीलकंठ तिवारी करेंगे।

कांवड़ मार्ग से बाबा के धाम तक मिलेगी सुरक्षा:
श्रावण मास में तीसरे सोमवार की सारी तैयारी पूरी हो चुकी है। सीएम योगी के निर्देश पर रास्तों पर स्वच्छता, पेयजल व आवश्यक संसाधनों पर प्रशासन की विशेष नजर है। कांवड़ मार्ग से लेकर बाबा के दरबार तक सुरक्षा, सफाई, सुगम दर्शन, कावड़ शिविर की व्यवस्था श्रद्धालुओं को मिलेगी।

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में सावन के तीसरे सोमवार को जलाभिषेक के लिए रविवार से ही श्रद्धालुओं की कतार लगने लगी। विश्वनाथ धाम के प्रमुख मार्गों पर शनिवार रात से यातायात प्रतिबंध और डायवर्जन लागू कर दिया गया था। श्री काशी विश्वनाथ न्यास परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि सोमवार को गोदौलिया से मैदागिन नो व्हीकल जोन रहेगा।

गोदौलिया से गेट नंबर-4 तथा मैदागिन से गेट नंबर-4 तक धाम में दर्शन के लिए आने वाले, वृद्ध दिव्यांगजन, अशक्त दर्शनार्थियों के लिए ई-रिक्शा का संचालन किया जाएगा। मंदिर में बहुभाषी कर्मियों के साथ खोया पाया केंद्र संचालित हो रहा है। धाम में चिकित्सा कर्मियों की ड्यूटी के साथ एंबुलेंस की भी व्यवस्था है। भक्तों की सुविधा के लिए कई स्थानों पर एलईडी टीवी लगाकर गर्भगृह के दर्शन पूजन का सजीव प्रसारण किया जा रहा है।

पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया सभी कांवड़ मार्ग पर महिला पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके साथ ही बड़ी तादाद में महिला पुलिस कांस्टेबल की तैनाती की गई है। सभी थानों, स्थायी और अस्थायी पुलिस चौकियों पर अतिरिक्त महिला पुलिस बल तैनात है। घाटों पर भी महिला पुलिस तैनात हैं

200 श्रद्धालुओं ने की द्वादश ज्योतिर्लिंग यात्रा:
श्री लाटभैरव काशी यात्रा मंडल और धर्म जागरण ओंकारेश्वर नगर की ओर से रविवार को द्वादश ज्योतिर्लिंग पदयात्रा निकाली गई। कज्जाकपुरा स्थित श्री कपाल मोचन कुंड पर संकल्प लेकर 200 शिवभक्तों ने बाबा लाटभैरव का दर्शन-पूजन कर यात्रा शुरू की। झमाझम बारिश ने यात्रियों के उत्साह को दोगुना कर दिया। यात्रा जलालीपुरा, तेलियाना, हनुमान फाटक होते हुए ओंकारेश्वर, महामृत्युंजय मंदिर स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, भीमाशंकर, आदिविश्वेश्वर, त्र्यंबकेश्वर, केदारेश्वर, घृष्णेश्वर और मल्लिकार्जुन के दर्शन के साथ समाप्त हुई।

त्रिशूल यात्रा में शामिल हुए श्रद्धालु : काशी प्रदक्षिणा दर्शन यात्रा समिति के बैनर तले सावन के तीसरे रविवार को त्रिशूल यात्रा निकाली गई। 25 वाहनों से 200 से अधिक श्रद्धालुओं ने शहर के बाहर प्रमुख शिवालयों शूलटंकेश्वर, रामेश्वर, मार्कंडेय महादेव और सारंगनाथ महादेव मंदिर में जलाभिषेक किया। उमाशंकर गुप्ता के नेतृत्व में यात्रा की शुरुआत डुमराव बाग कॉलोनी अस्सी से हुई।

सारंगनाथ मंदिर में 173 दंपतियों ने किया पार्थिव शिवलिंग का अभिषेक:
सारंगनाथ महादेव मंदिर में रविवार को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच 173 दंपतियों ने रुद्राभिषेक किया। प्रारंभ में सविधि मुख्य यजमान गेल इंडिया के महाप्रबंधक शशि भूषण पांडेय और अरुण त्रिपाठी ने लोक मंगल का संकल्प लिया। सारंगनाथ रुद्राभिषेक समिति की ओर से आयोजित सामूहिक रुद्राभिषेक समारोह में बटुकों के पंचाक्षरी मंत्रोच्चार के बीच 173 दंपतियों ने गंगाधर का दूध, दही, शहद, गन्ने के रस और गंगाजल से अभिषेक किया।(साभार एजेंसी)

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