(लखनऊ, UP)08अगस्त,2025.
राजधानी लखनऊ और कानपुर महानगर के बीच बसे उन्नाव को औद्योगिक निवेश का हब बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उन्नाव उद्यमियों की पहली पसंद बन रहा है। शायद इसी कारण अब तक यहां पर 22 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव आ चुके हैं। इससे आने वाले समय में यहां हजारों, लाखों लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
एआई के उद्घाटन समारोह में आए राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उन्नाव की पहचान कलम, तलवार की धरती के रूप में है। पौराणिक, साहित्यक, सांस्कृतिक व ऐतिहासिक दृष्टि से यहां की पहचान काफी समृद्ध है। यहां के लोग कलम, कौशल व करिश्माई अंदाज के लिए जाने जाते हैं। एक तरफ मां गंगा का किनारा है तो दूसरी ओर मां चंडिका देवी का धाम। इससे जिले की धरती आध्यात्मिक ऊर्जा देती है। इस ऐतिहासिक धरती पर उद्यम लगाने वालों की संख्या बढ़ रही है। विदेशी भी यहां पर उद्योग लगाने के लिए आगे आ रहे हैं। अब तक एक्वा ब्रिज करीब चार हजार करोड़, केनपैक 1300 करोड़, यूपी ब्रेवरेज 2200 करोड़ और ओम लाजिस्टिक करीब 150 करोड़ के प्रस्ताव आ चुके हैं। इनमें कुछ में धरातल पर काम भी शुरू हो चुका है। भविष्य में उद्योगों की संख्या और बढ़ेगी। इससे जिले में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और यहां के लोगों खासकर युवाओं को अपने ही जनपद में नौकरी मिलेगी।
जिले की आधारभूत संरचना को मजबूत करने की तैयार कराई जा रही कार्ययोजना:
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजा राव रामबक्श सिंह ने अपने क्रांतिकारी तेवर से अंग्रेजों की चूले हिला दी थीं। यहां के क्रांतिकारी ने लखनऊ में अंग्रेजों को लोहे के चने चबवाए थे। साहित्यकारों की लंबी फेहरिस्त है। इसमें पं. प्रताप नारायण मिश्र, महाप्राण निराला, शिवमंगल सिंह सुमन, भगवतीचरण वर्मा, हसरत मोहानी व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित शामिल हैं। इनमें किसी ने कलम से आजादी की लड़ाई में योगदान किया तो किसी ने तलवार से।
सहस्त्रलिंगेश्वर, सचान कोट, पक्षी विहार, जानकीकुंड आदि स्थल जिले को नई पहचान दिलाते हैं। यहीं के क्रांतिकारी गुलाब सिंह लोधी ने भी अंग्रेजों के छक्के छुड़ाए थे। आज उनके नाम पर काली मिट्टी में पुलिस प्रशिक्षण केंद्र संचालित है। सरकार ने इसकी क्षमता दोगुनी कर दी है।
शहर के नजदीक निर्माणाधीन अग्निशमन प्रशिक्षण केंद्र में 233 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं। पीडब्ल्यूडी सहित अन्य विभागों से जिले की आधारभूत संरचना को मजबूत करने की कार्ययोजना तैयार कराई जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बढ़ी है भारत की साख:
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत 2014 से पहले ग्लोबल इंवेस्टर्स इंडेक्स में 76वें स्थान पर था। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश 39वें स्थान पर पहुंच गया है। यह भारत की वैश्विक साख और निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है। 11 साल पहले अर्थव्यवस्था में देश 11वें स्थान पर था। मोदी सरकार में भारत चौथी अव्यवस्था बना। अब 2027 में पांच ट्रिलियन यूएस डॉलर के साथ विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है।
एआई के मामले में देश विश्व में चौथे स्थान पर है। यहां एक लाख 57 हजार स्टार्टअप का बेहतरीन नेटवर्क काम कर रहा है। एक लाख से अधिक रोजगार सृजित हैं। सेंटर आफ एक्सीलेंस में स्वास्थ्य में एम्स, आईआईटी इंदौर व कानपुर की साख बढ़ी है।
एरोनाटिक्स में भारत तीसरे पायदान पर है। वहीं एक्सपोर्ट छठे स्थान पर काबिज प्रदेश की स्थिति सुधारने को सरकार लगातार काम कर रही है।
मुख्यमंत्री बोले,एआई से जोड़कर युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार दिलाना प्राथमिकता:
सीएम ने कहा कि एआई से युवाओं को जोड़कर उन्हें निजी क्षेत्र में रोजगार दिलाना प्राथमिकता में शामिल है। इसके लिए निजी सेवाओं व सभी संस्थाओं को आमंत्रित कर रहा हूं कि वह युवाओं को बढ़ाने के लिए आगे आएं। बताया कि एआई सिटी लखनऊ में एक मेगा कैंप लगाया जा रहा है। इसमें 50 से अधिक कंपनियां आ रही हैं। जो 50 हजार युवाओं को रोजगार देंगी।