( माले )28जून,2024.
एजेंसी के माध्यम से प्राप्त समाचार के अनुसार मालदीव में पुलिस ने देश की पर्यावरण,जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा राज्य मंत्री, फातिमाथ शमनाज अली सलीम को राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू पर काला जादू करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस ने दो अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है।मालदीव की राजधानी माले में पुलिस ने राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू पर काला जादू करने के आरोप में पर्यावरण मंत्री के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के मुताबिक पर्यावरण मंत्री फातिमाथ राष्ट्रपति मुइज्जू पर काला जादू कर उन्हें अपने वश में करना चाहती थीं। फिलहाल मामले में जांच पूरी होने तक सभी आरोपियों को एक हफ्ते की हिरासत में रखा गया है।
मंत्री के घर से काला जादू का मिला सामान
स्थानीय मीडिया के अनुसार ऐसी खबर आई हैं कि मंत्री शमनाज को राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू पर काला जादू करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, हालांकि इस मामले में पुलिस ने न तो इस रिपोर्ट की पुष्टि की और न ही इसका खंडन किया है। जबकि उनके घर से काले जादू से जुड़ा हुआ काफी सामान भी मिला है।
बता दें कि पर्यावरण मंत्री फातिमाथ शमनाज अली सलीम राष्ट्रपति कार्यालय में काम करने वाले मंत्री एडम रामीज की पत्नी हैं। वो इससे पहले राष्ट्रपति मुइज्जू के साथ राजधानी माले की नगर परिषद की सदस्य रह चुकी हैं। तब मोहम्मद मुइज्जू राजधानी माले के मेयर थे। वहीं पिछले साल मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद फातिमाथ ने भी परिषद से इस्तीफा दिया। इसके बाद वो राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास मुलिआज की राज्य मंत्री बन गई। इसके बाद में उनका तबादला पर्यावरण मंत्रालय में किया गया था।
काले जादू पर मालदीव में क्या है सजा?:
मुस्लिम बहुल देश मालदीव में काला जादू एक आपराधिक मामला नहीं है, हालांकि इस्लामिक कानून के अनुसार मामले में छह महीने की सजा हो सकती है। वहीं पूरे द्वीपसमूह में लोग पारंपरिक रीति-रिवाजों का बड़े स्तर पर पालन करते हैं। बता दें कि 2023 में राज्य के मनाधू में अप्रैल के महीने में कुछ पड़ोसियों ने एक बुजुर्ग महिला की हत्या इसलिए कर दी थी, क्योंकि उस पर काला जादू करने का आरोप लगा था। इस मामले में पुलिस की तरफ से कहा गया था कि उनको इस बात का कोई सबूत नहीं मिला था कि मृतक महिला जादू-टोना करने वाली थी।
पहले भी सामने आया था ऐसा मामला
वहीं इससे पहले साल 2012 में भी पुलिस ने विपक्षी राजनीतिक रैली पर कार्रवाई की थी,जब आयोजकों पर उनके कार्यालयों पर छापा मारने वाले अधिकारियों पर शापित मुर्गा फेंकने का आरोप लगाया गया था।(साभार एजेंसी)