(लखनऊ)22अगस्त,2024.
एजेंसी की खबरों के अनुसार कोलकाता की घटना को लेकर पूरे देश में डॉक्टरों में आक्रोश है। इस बीच गुरुवार को लोहिया संस्थान की ओपीडी मामूली रूप से बहाल हुई। सीनियर डॉक्टरों ने मरीज देखने शुरू कर दिए। दूसरी तरफ जूनियर डॉक्टरों का धरना अभी भी जारी है। डॉक्टरों के हड़ताल करने से ओपीडी में लंबी-लंबी कतारें लग गई हैं। इससे पहले बुधवार को डॉक्टरों ने पूरी तरह से काम बंद कर रखा था।
बुधवार को जड़ दिया था ताला:
कोलकाता में डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता की आड़ में रेजिडेंट डॉक्टरों की अराजकता भी शुरू हो गई है। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में बुधवार को रेजिडेंट डॉक्टरों ने मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया था। इससे आक्रोशित मरीजों और तीमारदारों ने संस्थान के सामने की मुख्य सड़क पर जाम लगा दिया। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने मरीजों-तीमारदारों को समझाकर जाम खुलवाया।
बुधवार सुबह बारिश हो रही थी। बारिश के बीच सुबह 8 बजे किसी तरह मरीज और तीमारदार लोहिया संस्थान पहुंचे। रेजिडेंट डॉक्टरों ने यहां पर पहले ही ताला जड़ा हुआ था। मरीजों और तीमारदारों ने कुछ देर इंतजार किया। जब किसी ने गेट नहीं खोला तो उनका धैर्य जवाब दे गया। उन्होंने मुख्य मार्ग पर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। बारिश की वजह से वाहनों का दबाव थोड़ा कम था, लेकिन मुख्य मार्ग होने की वजह से कुछ ही देर में वहां जाम लग गया। इस पर मौके पर पुलिसकर्मी पहुंच गए। उन्होंने मरीज और तीमारदारों को समझाया, साथ ही संस्थान का मुख्य गेट खुलवाया। इस बीच करीब आधे घंटे तक मुख्य मार्ग पर जाम लगा रहा। मरीज और तीमारदार संस्थान परिसर तो पहुंच गए, पर ओपीडी परिसर में भी ताला लगा हुआ था। हताश होकर मरीज और तीमारदार वहीं बैठ गए।
उपमुख्यमंत्री को दूसरे गेट से जाना पड़ा:
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को सुबह लोहिया संस्थान जाना था। मुख्य गेट पर ताला जड़े होने की वजह से वे भी फंस गए। उनको घूमकर तीन नंबर गेट से जाना पड़ा।(साभार एजेंसी)