(वाराणसी)19अक्टूबर,2024.
कोलकाता से आए क्रूज का माझी समाज ने विरोध जताया और धरना प्रदर्शन किया। नाविकों की माने तो क्रूज के चलने से उनकी आय पर संकट मंडराने लगेगा। गौरतलब है कि पर्यटन विभाग इस क्रूज के संचालन की रूप रेखा तैयार कर रहा है। नाविकों की माने तो इसका संचालन राजेंद्र प्रसाद घाट से नमो घाट के बीच कराए जाने का प्रयास चल रहा है जिसका नौका चलाने वाले विरोध कर रहे हैं।
गंगा में संचालित होने वाले नए क्रूज बंगाल गंगा का माझी समाज के लोगों ने विरोध किया। 50 से अधिक नाविक नमो घाट पहुंचे और बंगाल गंगा क्रूज के सामने धरने पर बैठ गए।
माझी समाज के लोगों का कहना था कि गंगा में लगातार क्रूज संचालन बढ़ने के कारण उनके सामने रोजी-रोटी का संकट गहराता जा रहा है। पहले से ही काशी में क्रूज़ चलाए जा रहे हैं। अब सरकार के द्वारा एक और क्रूज गंगा में उतारा जा रहा है।
क्रूज संचालन के कारण नौका संचालन कर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले नाविक भुखमरी के कगार पर पहुंच जायेंगे। नाविकों ने पहले भी क्रूज संचालन का विरोध किया था, लेकिन प्रशासन ने उनकी बात नहीं सुनी।
गौरतलब है कि नमो घाट के नमस्ते हैंड के सामने पिछले पांच दिनों से बंगाल गंगा क्रूज आकर खड़ी है। जिसका संचालन राजेंद्र प्रसाद घाट से नमो घाट के बीच होना है। फिलहाल पर्यटन विभाग नए क्रूज के संचालन की रूप रेखा तैयार करने में लगा है।
माझी समाज के लोगों ने धरना देकर विरोध दर्ज किया(साभार एजेंसी)