(लखनऊ)20अक्टूबर,2024.
उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक बन रहे “एक्सप्रेस-वे” का असर कारों की बिक्री में देखने को मिला है। पिछले साल के 3.96 लाख कारों के मुकाबले अभी तक 3.35 लाख कारें बिक चुकी हैं, जबकि धनतेरस, दिवाली और शादियों का सीजन बाकी है।
आटोमोबाइल सेक्टर के लिए यूपी सबसे ग्रोथ वाला राज्य बनकर उभरा:
पिछले चार साल की बिक्री देखते हुए इसमें 60 फीसदी की ग्रोथ है। आटोमोबाइल सेक्टर के लिए यूपी सबसे ग्रोथ वाला राज्य बनकर उभरा है। सड़क मार्ग से एक शहर से दूसरे शहर जाने के लिए कारों का इस्तेमाल करने वालों की संख्या पिछले चार साल में ढाई गुना हो चुकी है।
इस वजह से सेफ्टी इश्यू को लेकर जागरूकता बढ़ गई है। यही वजह है कि 10 लाख या उससे ऊपर की कारों की डिमांड में सालाना 12 फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ दर्ज की गई है।
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक प्राधिकरण (यूपीडा) के मुताबिक एक्सप्रेस वे अबतक कुल गुजरी कारों में से पिछले चार साल में गुजरी कारों की हिस्सेदारी 70 फीसदी है। साफ है कि सड़कों का नेटवर्क बनते ही कारों की संख्या बढ़ गई। नतीजा ये हुआ कि यूपी में कारों की बिक्री 60 फीसदी ग्रोथ आ गई। इसमें भी एक्सप्रेस-वे के आसपास के 45 जिलों में कारों की बिक्री 14 से 25 फीसदी तक बढ़ी है।
एक्सप्रेस वे पर इस तरह बढ़ीं कारें:
प्रदेश के एक्सप्रेस-वे से अब तक कुल गुजरी कारें – 3.27 करोड़
अक्तूबर 20 से सितंबर 24 के बीच गुजरी कारें – 2.28 करोड़
केवल 14 माह में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर दौड़ी कारें – 15.18 लाख
केवल 17 माह में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर दौड़ी कारें – 48.79 लाख
चार साल में यूपी में 60 फीसदी बढ़ी कारों की बिक्री:
2024 – 3.36 लाख (अब तक)
2023 – 3.96 लाख
2022 – 3.49 लाख
2021- 3.12 लाख
2020 – 2.51 लाख
ये एक्सप्रेस-वे हो चुके शुरू:
165 किमी लंबा यमुना एक्सप्रेस-वे
302 किमी लंबा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे
340 किमी लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
296 किमी लंबा बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे
25 किमी लंबा नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे
96 किमी लंबा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे
इन पर जल्द दौड़ेंगे वाहन:
91 किमी लंबा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे
594 किमी लंबा गंगा एक्सप्रेस-वे
62 किमी लंबा लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस-वे
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे(साभार एजेंसी)