(वाराणसी UP)03नवंबर,2024.
काशी के शिवाला घाट पर आयोजित तीन दिवसीय आयोजन में रविवार से भक्तों का जमावड़ा शुरू हो गया। इसमें सबसे ज्यादा दक्षिण भारत से आए लोग शामिल है। राष्ट्र की सुख-समृद्धि और वैभव के लिए यह आयोजन किया जा रहा है।
दक्षिण भारत की सुप्रसिद्ध पीठ विशाखा शारदा पीठम द्वारा शिवाला स्थित चेत सिंह किला परिसर में आयोजित तीन दिवसीय अध्यात्मिक समागम सनातन कुंज के तहत भव्य महारूद्र एवं शतचंडी याग वैदिक मंत्रोच्चार के साथ रविवार को शुभारम्भ हुआ।
विशाखा श्री शारदा पीठम के उत्तराधिकारी स्वामी श्री स्वात्मानन्देन्द्र सरस्वती महाराज ने बताया कि राष्ट्र के सुख, समृद्धि, शांति की कामना एवं लोककल्याण के लिए विशाखा श्री शारदा पीठम के पीठाधिपति महास्वामी श्रीश्रीश्री स्वरूपानन्देन्द्र सरस्वती महाराज के आशीर्वाद से इस भव्य अध्यात्मिक समागम का आयोजन किया गया है।
कर्नाटक से पधारे केशव अवधानी के आचार्यत्व में सुबह 9 बजे से महारूद्र सहित शतचंडी यज्ञ का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम मे वैदिक मंत्रोच्चार के बीच राजश्यामला देवी की विशेष आराधना एवं श्री वल्ली कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया।
तत्पश्चात सत्य राजा हरिश्चन्द्र के जीवन पर आधारित नाटक की प्रस्तुति हुई। शाम गंगा में सामूहिक दीपदान का भव्य आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में देश के कई प्रमुख संत महंत के साथ काशी एवं दक्षिण भारत के लगभग 200 वैदिक विद्वान् भाग ले रहे हैं।
कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से हैदराबाद एनसीएलटी के. जस्टिस बद्रीनाथ, आंध्रा आश्रम के ट्रस्टी वीवी सुन्दर शास्त्री, शारदा पीठम, वाराणसी के प्रबंधक पी. किशोर कुमार, कांची मठ के प्रबंधक वी. सुब्रमण्यम मणि, टी. गजानन जोशी, सीबी सुब्रमण्यम सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे(साभार एजेंसी)