महाकुंभ में उतरे 700 से ज्यादा चार्टर प्लेन,निवेशकों को हुआ दोगुना मुनाफा

UP / Uttarakhand

(लखनऊ UP)17फरवरी,2025.

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हमारा अनुमान है कि इस बार महाकुंभ में करीब 60 करोड़ लोग स्नान करेंगे। इससे यूपी की जीडीपी में करीब सवा तीन से साढ़े तीन लाख करोड़ की बढ़त होगी.

प्रयागराज में पिछले 35 दिन के अंदर 40 रूटीन फ्लाइट के साथ ही 700 से अधिक चार्टर उतरे हैं। रेलवे ने 9 स्टेशनों का विस्तारीकरण किया है। यहां प्रतिदिन पांच से सात लाख यात्री आ रहे हैं। रोडवेज की 14 हजार बसों का बेड़ा चल रहा है। यहां निवेश करने वालों ने महज तीन हफ्तों में दोगुना लाभ कमाया। सीएम ने कहा कि अनुमान है कि स्नानार्थियों की संख्या 60 करोड़ तक पहुंचती है तो यूपी की जीडीपी में सवा तीन से साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त बढ़ोतरी होने वाली है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह बातों सोमवार को अपने आवास पर युवा उद्यमियों से संवाद करते हुए कहीं। सीएम ने कहा कि कुंभ पहले मात्र एक हजार एकड़ क्षेत्रफल में होता था। इस बार हमने उसे बढ़ाकर 10 हजार एकड़ क्षेत्रफल में फैलाया। आरोप-प्रत्यारोप करने वाले लोग कहते थे कि पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है। हमने कुंभ के आयोजन में इंफ्रास्ट्रक्चर पर साढ़े सात हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं। 14 नए फ्लाईओवर, छह अंडरपास, 200 से अधिक सड़कें चौड़ी हुईं। कुंभ मेले की व्यवस्था की दृष्टि से हमने 1500 करोड़ रुपये रखे थे। अब वही लोग कहते हैं कि आपने इतने कम जगह में आयोजन क्यों किया, तब हमने बताया कि तुम्हारी सोच से 10 गुना बढा़कर आयोजन किया। इनके नए और पुराने बयान देखकर हंसी आएगी।

मुख्यमंत्री ने बताया कि आस्था को सम्मान देने के साथ इसका आर्थिक पहलू भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि एक निवेशक प्रयागराज में निवेश करना चाहते थे। उन्होंने बताया कि आस्था के अनुरूप द्वादश ज्योर्तिलिंग की रिप्लिका बनाएंगे। उनसे कहा गया कि रॉ मटेरियल (पुराना लोहा, फाइबर, टायर, स्टील) का इस्तेमाल करते हुए इसे बनाओ। उन्होंने कहा कि पैसा मैं लगाऊंगा, प्रॉफिट 50-50 होगा। इसके लिए नगर निगम ने 11 एकड़ जमीन भी उपलब्ध कराई। संस्था ने 14 करोड़ रुपये लगाए। महज 21 दिन में मूलधन वापस मिला और 14 करोड़ का ही मुनाफा कमाया। फिर नगर निगम को भी लाभ दिया।

ओडीओपी ने चीनी उत्पादों किया बाहर:
मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी भारत के बाजार विदेशी सामानों से भरे पड़े थे। 2018 में हमने ओडीओपी योजना लागू की। हर जिले के उत्पाद की पहचान की। डिजाइनिंग, पैकेजिंग, टेक्नोलॉजी, मार्केटिंग में मदद की तो हमारा निर्यात बढ़ा। होली, दीपावली आदि त्योहारों पर कभी यहां का बाजार चीन के उत्पादों से भरा होता था, आज यह समाप्त हो गया।(साभार एजेंसी)

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