(प्रयागराज UP)24फरवरी,2025.
संगमनगरी में सेटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित किए गए प्रयागराज छिवकी और सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों और यात्रियों की बढ़ती संख्या का असर दिखने लगा है। इन दोनों ही स्टेशनों की ग्रेड में उछाल आया है। यात्रियों की कमाई और संख्या के हिसाब से छिवकी अब एनएसजी-2 में शामिल हो गया है, जबकि सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन भी एनएसजी-4 से अब एनएसजी-3 में शामिल हो गया है। खास बात यह है कि उत्तर मध्य रेलवे जोन में कमाई और यात्रियों की संख्या के हिसाब से कानपुर सेंट्रल ही पहले पायदान पर है, जबकि दूसरा नंबर प्रयागराज जंक्शन का है।
उत्तर मध्य रेलवे द्वारा अभी हाल ही में अपने सभी 408 रेलवे स्टेशनों की सालाना कमाई एवं ग्रेडिंग जारी की है। फिलहाल एनसीआर जोन द्वारा जारी किए गए आंकड़े में कुल 408 रेलवे स्टेशनों में एक भी स्टेशन एनएसजी-1 में शामिल नहीं है। कुल सात स्टेशन यहां ऐसे हैं जो एनएसजी-2 में शामिल हैं। इसमें कानपुर सेंट्रल, प्रयागराज जंक्शन, झांसी, ग्वालियर, आगरा कैंट, मथुरा एवं प्रयागराज छिवकी के नाम शामिल हैं। वहीं एनएसजी- 3 में कुल 13 स्टेशन इस बार शामिल किए गए हैं। इसमें सूबेदारगंज, चित्रकूट, फतेहपुर, ललितपुर,खजुराहो, महोबा पहली बार एनएसजी-4 से एनएसजी-3 में शामिल हुए हैं। एनएसजी-3 श्रेणी में सर्वाधिक कमाई अलीगढ़ जंक्शन की है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में अलीगढ़ जंक्शन की कुल कमाई 73.25 करोड़ रुपये हुई।
यात्री और कमाई के हिसाब से किया गया है स्टेशनों का वर्गीकरण
दरअसल भारतीय रेलवे द्वारा स्टेशनों के वर्गीकरण के मानदंडों को नवंबर, 2017 से संशोधित किया गया है। इसके तहत स्टेशनों को तीन समूहों में बांटा गया है। गैर-उपनगरीय (एनएसजी), उपनगरीय (एसजी) और हाल्ट (एचजी)। ऐसे स्टेशन जिसकी सालाना कमाई 500 करोड़ से अधिक है और यात्रियों का आवागमन सालाना दो करोड़ से अधिक का है वह एनएसजी-1 में शामिल किए जाते हैं। इसी तरह 100-500 करोड़ की कमाई वाले स्टेशन एनएसजी-2 एवं 20-100 करोड़ रुपये की सालाना कमाई वाले स्टेशन एनएसजी-3 में शामिल होते हैं। 10-20 करोड़ की कमाई वाले स्टेशन स्टेशन एनएसजी-4 श्रेणी में हेाते हैं।
बाबा बागेश्वर की वजह से छतरपुर स्टेशन अब एनएसजी-4 में
बागा बागेश्वर जिनका पूरा नाम धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री है उनके बागेश्वर धाम में आने वाले यात्रियों की आवाजाही की वजह से मध्य प्रदेश छतरपुर स्टेशन की ग्रेड में भी उछाल आया है। छतरपुर पहले एनएसजी-6 ग्रेड में आता था जो अब एनएसजी-4 में आ गया है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में यहां से 677217 यात्रियों से रेलवे को 17.97 करोड़ रुपये की कमाई हुई। इसी तरह सूबेदारगंज स्टेशन 29.85 करोड़ की कमाई करते हुए एनएसजी-3 में पहली बार अपनी जगह बनाई।
हर वर्ष स्टेशनों की ग्रेडिंग जारी की जाती है। इस बार छिवकी एनएसजी-2 में शामिल हो गया है। एनसीआर में इस ग्रेड के अब कुल सात स्टेशन हैं। – डा. अमित मालवीय, सीनियर पीआरओ, एनसीआर।
एनसीआर में ग्रेड वाइज स्टेशन की संख्या
ग्रेड – स्टेशन की संख्या
एनएसजी 1 – शून्य
एनएसजी 2 – 07
एनएसजी 3 – 13
एनएसजी 4 – 15
एनएसजी – 50
एनएसजी – 239
एचजी 1 – शून्य
एचजी 2 – 25
एचजी 3 – 29
कमाई के हिसाब से एनसीआर के टॉप टेन स्टेशन
स्टेशन का नाम : सालाना यात्री की संख्या : सालाना कमाई (2023-24 )
कानपुर सेंट्रल : 13364025 : 425.15 करोड़
प्रयागराज जंक्शन : 8727706 : 411.98 करोड़
झांसी : 8505191 : 289.38 करोड़
ग्वालियर : 9885164 : 286.62 करोड़
आगरा कैंट : 7487838 : 272.59 करोड़
मथुरा जंक्शन : 10319028 : 232.37 करोड़
प्रयागराज छिवकी : 1886477 : 102.06 करोड़
अलीगढ़ जंक्शन : 5482644 : 73.25 करोड़
इटावा जंक्शन : 3108300 : 50.88 करोड़
टूंडला जंक्शन : 1766971 : 48.60 करोड़
नोट…इन स्टेशनों से यात्रा शुरू करने वाले यात्रियों की ही संख्या है। (साभार एजेंसी)