(लखनऊ UP)28मार्च,2025.
राफेल लड़ाकू विमान बनाने वाली फ्रांस की कंपनी डसॉल्ट सिस्टम्स और ब्रह्मोस मिसाइल बनाने वाली कंपनी ब्रह्मोस एयरोस्पेस में भी प्रदेश के युवा अपना दम दिखाएंगे। रक्षा क्षेत्र में चल रही निवेश की कवायद के क्रम में यह दोनों कंपनियां यूपी में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खोलेगी। यहां लगभग 500 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी और लगभग दस हजार युवाओं को तैयार करके उनको रोजगार के भी अवसर देंगी।
हाल ही में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम, दावोस गए उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल से डसॉल्ट सिस्टम्स के प्रतिनिधियों की वार्ता हुई थी। इसमें डसॉल्ट ने यूपी में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करने में रुचि दिखाई थी। इसी क्रम में इनवेस्ट यूपी की ओर से डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) में इस सेंटर को स्थापित करने की कवायद की जा रही है।
डसॉल्ट सिस्टम्स के प्रस्ताव के अनुसार यह प्रोजेक्ट 237 करोड़ रुपये का होगा। इसमें कंपनी 200 करोड़ रुपये और राज्य सरकार 40 करोड़ रुपये लगाएगी। इस प्रोजेक्ट में कंपनी तीन साल में पांच हजार युवाओं को हाईड्रोजन, इलेक्ट्रिक व्हीकल, एयरोस्पेस व डिफेंस, इंडस्ट्री के लिए रिसर्च प्रोजेक्ट, स्टार्टअप व एडवांस स्किल, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस(एआई), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) की ट्रेनिंग देगा। साथ ही वर्चुअल लर्निंग केंद्र व इनोवेशन हब से जुड़कर थ्रीडी डिजाइनिंग, सिमुलेशन व स्मार्ट मैन्युफेक्चरिंग से भी जुड़ी जानकारी देगी।
कंपनी प्रशिक्षण देने के साथ ही युवाओं को अपने यहां सेवायोजित भी करेगी। इससे प्रदेश के युवाओं को न सिर्फ रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे बल्कि इंडस्ट्री व एमएसएमई को भी सहयोग मिलेगा। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में एकेटीयू व संबद्ध कॉलेजों के साथ ही प्रदेश के अन्य शिक्षण संस्थानों के युवा भी प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। जल्द ही एकेटीयू, इनवेस्ट यूपी व डसॉल्ट सिस्टम्स के प्रतिनिधियों की बैठक होने वाली है।
ब्रह्मोस एयरोस्पेस भी एकेटीयू में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करेगा। इसमें एआई, आईओटी, ड्रोन बनाने आदि के प्रशिक्षण दिए जाएंगे। पहले चरण में आईटीआई और पॉलीटेक्निक के छात्रों को प्रशिक्षण देकर रोजगार देंगे। तो दूसरे चरण में इंजीनियरिंग के छात्रों को थर्ड ईयर से ही प्रशिक्षण देकर उद्योगों के लिए तैयार करेंगे। बाद में इनमें से योग्य छात्रों को नौकरी भी देंगे। इस सेंटर में कंपनी के ही विशेषज्ञ प्रशिक्षण देंगे (साभार एजेंसी)