(लखनऊ,UP ) 01जुलाई,2025.
उत्तर प्रदेश के सभी राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में अब उद्योगों की मांग के अनुरूप इंडस्ट्री आधारित दीर्घकालीन कोर्स संचालित किए जाएंगे। व्यावसायिक शिक्षा विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर सभी आईटीआई संस्थानों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। नए कोर्सों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, सोलर प्लांट, ड्रोन पायलट जैसी आधुनिक तकनीकें सम्मिलित हैं।
राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद (एससीवीटी) के अनुसार, आईटीआई संस्थानों को अपग्रेड किया जा रहा है। यहां आधुनिक मांग के आधार पर प्रयोगशालाएं बनाईं जा रहीं हैं। पुरानी तकनीकों वाले कोर्सों को हटाकर आधुनिक और उपयोगी कोर्स शामिल किए जाएंगे।
खास बात यह है कि दो साल के लंबे कोर्स के साथ-साथ अब छह महीने के शॉर्ट टर्म कोर्स भी अधिक संख्या में चलाए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगारपरक कौशल प्रशिक्षण मिल सके।राजकीय आईटीआई के प्रधानाचार्य राजकुमार यादव ने बताया कि नए सत्र में प्रवेश लेने वाले छात्र अब नियमित दो वर्षीय कोर्स के साथ साथ दीर्घकालीन तकनीकी कोर्सों में भी नामांकन ले सकेंगे।
इनमें 8वीं पास से लेकर स्नातक तक के विद्यार्थी प्रवेश के पात्र होंगे। इससे छात्रों को डिग्री के साथ-साथ इंडस्ट्री स्किल का भी लाभ मिलेगा।
टाटा के सहयोग से करीब 12 दीर्घकालीन प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में मिलेगा प्रवेश:
राजकीय आईटीआई में टाटा के सहयोग से करीब 12 दीर्घकालीन प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में प्रवेश मिलेगा। इनमें एडवांस सीएनसी मशीनिंग, बेसिक डिजाइन वर्चुअल वेरिफायर, मशीन इलेक्ट्रिक व्हीकल, इंड्रस्ट्रियल इंटरनेट ऑफ थिंग्स टेक्नीशियन,मशीनिस्ट,मोटर व्हीकल,ड्रोन पायलट, ड्रोन टेक्नीशियन,प्लंबर,सीएएम प्रोग्रामर, मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस कंट्रोल एंड आटोमेशन,आर्टिशियन यूजिंग एडवांस टूल, थ्री पेंटिंग व इंडस्ट्रियल रोबोटिक्स एंड डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग टेक्नीशियन जैसे कोर्स शामिल हैं।(साभार एजेंसी)