(शिमला, हिमाचलप्रदेश)16जून,2025,
कालका-शिमला रूट पर चलने वाली यह ऐतिहासिक टॉय ट्रेन जल्द ही यात्रियों को आधुनिक और आरामदायक अनुभव देने के लिए तैयार है।117 साल पुरानी टॉय ट्रेन को आधुनिक रूप देने की तैयारी जोर-शेार से चल रही है।टॉय ट्रेन में अब एयर कंडीशंड कोच लगाए जाएंगे। यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज ट्रैक कालका-शिमला रूट पर दौड़ वर्तमान ट्रेन को 1908 में लाहौर में डिजाइन किया गया था।वर्तमान में कालका से शिमला के बीच रोजाना 6 टॉय ट्रेनें चलाई जाती हैं. हर ट्रेन में 7 कोच होते हैं।अब ये कोच पुराने हो गए हैं और इनके कलपुर्जे भी नहीं मल रहे।इसलिए इन पुराने कोच को चरणबद्ध तरीके से बदला जाएगा।
रेल कोच फैक्ट्री (RCF) कपूरथला में शिमला-कालका टॉय ट्रेन के नए कोच तैयार किए जा रहे हैं. अब तक 28 नए कोच कपूरथला से कालका रेलवे स्टेशन पर पहुंच चुके हैं और इन्हें फेज-वाइज पुराने कोच की जगह लगाया जाएगा। पहले फेज में आरसीएफ को कुल 30 कोच देने हैं। ये कोच पुराने,बेकार हो चुके डिब्बों की जगह लेंगे, जिनके अब पुर्जे भी नहीं मिलते। नए एयर कंडीशंड कोचों के जुड़ने से जहां सुविधाएं बढ़ेंगी, वहीं किराया भी थोड़ा महंगा हो सकता है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी से क्लीयरेंस मिलने के बाद इन नए कोचों को ट्रेनों में लगाया जाएगा। फिलहाल ट्रायल प्रक्रिया जारी है। उत्तर रेलवे अंबाला डिवीजन के अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में एक ट्रेन में एक कोच कम करने पर भी विचार किया जा रहा है।साथ ही नए कोच लगने के बाद किराए में वृद्धि हो सकती है।(साभार एजेंसी)