(महराजगंज UP)31अगस्त,2024.
उत्तर प्रदेश में मंकी पॉक्स को लेकर स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में आ गया है। इसको लेकर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने प्रदेश के जिलों के जिम्मेदार अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दे दिए हैं। हालांकि प्रदेश में मंकी पॉक्स से जुड़ा एक भी ऐक्टिव मरीज नहीं है। सरकार ऐहतियात के तौर पर अलर्ट मोड पर हैं। वहीं इसको लेकर उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी जिलों के एंट्री प्वाइंट्स पर मरीजों की स्क्रीनिंग हो। इसके साथ ही मंकी पॉक्स को लेकर स्थानीय स्तर पर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। गौरतलब है कि मंकी पॉक्स को लेकर देश भर में एडवाइजरी जारी कर दी गई है। स्वास्थ्य मंत्री और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक द्वारा दिए गए निर्देश के बाद भारत-नेपाल सीमा के हर नाके पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। इस संबंध में महराजगंज जनपद के सीएमओ दिलीप कुमार सिंह का कहना है सीमावर्ती क्षेत्रों के सीएचसी समेत जिले के कई अन्य सीएचसी को सतर्क कर दिया गया है। विशेषकर सोनौली बार्डर से आने-जाने वाले विदेशी पर्यटकों पर विशेष रूप ध्यान केंद्रित करने को कहा गया है ताकि उनकी ठीक से जांच हो सके।
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने मीडिया को बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकी पॉक्स को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑफ इंटरनेशनल कंसर्न घोषित किया है। संदिग्ध मरीजों का चिन्हीकरण, सैंपल कलेक्शन और इलाज के निर्देश दिए गए हैं। वहीं सभी मरीजों की जांच के लिए सैंपल राजधानी लखनऊ के केजीएमयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग को भेजने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही साथ इस संबंध में राज्य स्तरीय हेल्पलाइन नंबर-18001805145 भी जारी किया गया है।
वहीं मंकी पॉक्स को लेकर प्रदेश के सभी जिलों के एंट्री प्वाइंट पर मरीजों के लिए सर्विलांस प्रक्रिया शुरू की जा रही है। मंकी पॉक्स के कई लक्षण है उसमें शरीर पर दाने, तेज बुखार, अधिक कमजोरी, लकिसा ग्रंथियों में सूजन मंकीपॉक्स के प्रारंभिक लक्षण हैं। यह एक स्व-सीमित रोग है। जिसके लक्षण दो से चार सप्ताह तक बने रह सकते हैं।