(वाराणसी)09सितंबर,2024.
एजेंसी के अनुसार वाराणसी के सिगरा निवासी 48 वर्षीय महिला गुंजन अग्रवाल ने यूरोप के सबसे ऊंचे माउंट एल्ब्रुस पर्वत तिरंगा फहराने में सफलता हासिल की है। गुंजन अग्रवाल ने बताया कि रूसी सरकार ने इसके लिए अचीवमेंट के लिए पदक से नवाजा है।
इस अचीवमेंट के लिए गवर्नमेंट ने उन्हें एक मैडल भी दिया है। गुंजन, कोच हीरा सिंह के नेतृत्व में प्रतिदिन पांच से छह घंटे बरेका में अभ्यास करतीं हैं। बताया कि माउंट एल्ब्रुस यूरोप का सबसे ऊंचा पर्वत है। इसकी ऊंचाई 5642 मीटर है। इसके एक तरफ ब्लैक सी और दूसरी तरफ कैस्पियन सागर है। यहां का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रहता है।
कहा जाता है कि इसको हिटलर की सेना पार नहीं कर सकी थी। बताया इस चढ़ाई के लिए बहुत प्लानिंग के साथ गई थी। गुंजन ने कोरोना संक्रमित हुई थीं। इससे उबरने के बाद एथलीट की तरह तैयारी करने लगीं।
उन्होंने कहा कि मुझे कोविड हुआ। अब तक गुंजन अग्रवाल ने तीन पर्वत चोटियां कश्मीर में सोनमर्ग, फिर लद्दाख की कांग्यांसेन-2 पर 6250 मीटर तक चढ़ाई के बाद माउंट एल्ब्रुस पर चढ़ने की तैयारी शुरू की और सफल हुई।(साभार एजेंसी)