(वाराणसी)21अक्टूबर,2024.
वाराणसी में संतों की बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में संतों ने भगवा धारण कर अनाचार को बढ़ावा देने वाले बहरूपियों से समाज को बचाने पर मंथन किया। कुंभ से पहले होने वाली इस बैठक में छद्मधारी ऐसे लोग जो संत होने का दावा करते हैं उनके बहिष्कार का प्रस्ताव रखा गया।
वाराणसी में विश्व हिंदू परिषद काशी प्रांत की ओर से संत परंपरा को लेकर बैठक आयोजित हुई। कुंभ से पहले गुजरात के केवल ज्ञान मंदिर गुजराती धर्मशाला भारत सेवाश्रम संघ सिगरा में होने वाली इस बैठक में संतों ने आवाज बुलंद की।
बताते चलें कि कुंभ को लेकर संत तैयारी में जुटे हैं लेकिन इस बीच में ऐसे संत जो खाली संत का चोला पहने हैं संत समुदाय के बीच बड़ी समस्या के तौर पर सामने हैं। वाराणसी में मठाधीशों ने छद्मधारी संतो के बहिष्कार का नारा बुलंद किया और कहा कि ऐसे लोगों का संत समुदाय से कोई लेना देना नहीं है। बैठक में प्रदेश के कई हिस्सों से आए संतों ने शिरकत किया।
बैठक में कहा गया कि संत समाज को दिशा देने का काम करता है। समाज की व्याधियों को दूर करके भक्त को मुक्ति का मार्ग बताता है लेकिन इन दिनों संत के नाम पर ऐसे लोग जो इसे बदनाम कर रहे हैं इनकी बाढ़ सी आ गई है। कहा गया इस कुंभ में इनसे निजात देखने को मिलेगा(साभार एजेंसी)