(लखनऊ UP)04फरवरी,2025.
नई रेल लाइन बिछने से यूपी-बिहार बाॅर्डर के लोग रेल सेवा से सीधे जुड़ जाएंगे। वर्ष 2006 में गोरखपुर-नरकटियागंज रेलखंड के पनियहवा रेलवे स्टेशन से छितौनी होते हुए तमकुहीरोड स्टेशन तक रेल लाइन बिछाने का काम शुरू हुआ था। 67.70 किमी लंबी रेल लाइन 25 गांवों से होकर गुजरेगी।
छितौनी-तमकुही रोड नई रेल लाइन के लिए यूपी के हिस्से में पड़ने वाले सात गांवों की जमीन के अधिग्रहण का रास्ता साफ हो गया है। रेल बजट-2025 में इन सात गांवों के 44.46 हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण के साथ ही निर्माण के लिए भी धनराशि स्वीकृत हो गई है।
नई रेल लाइन बिछने से यूपी-बिहार बाॅर्डर के लोग रेल सेवा से सीधे जुड़ जाएंगे। वर्ष 2006 में गोरखपुर-नरकटियागंज रेलखंड के पनियहवा रेलवे स्टेशन से छितौनी होते हुए तमकुहीरोड स्टेशन तक रेल लाइन बिछाने का काम शुरू हुआ था। 67.70 किमी लंबी रेल लाइन 25 गांवों से होकर गुजरेगी।
इसमें 12 गांव कुशीनगर के और 13 गांव पश्चिमी चंपारण के हैं। रेलवे को कुल 316 हेक्टेयर जमीन की जरूरत है। वर्ष 2012 में पनियहवा से छितौनी तक रेल लाइन बिछाने के बाद आगे का काम रुक गया।
पिछले बजट में ठप पड़ी इस रेल लाइन के लिए 10 करोड़ रुपये का बजट मिला था।
छितौनी-तमकुही रोड नई लाइन के लिए पश्चिमी चंपारण में 13 में से आठ गांवों की 82.80 हेक्टेयर जमीन पहले ही अधिग्रहित हो चुकी है। कुशीनगर में 12 गांवों की जमीन की जरूरत है। इसमें सात गांवों की 44.46 हेक्टेयर जमीन के लिए अब बजट जारी हो गया है।(साभार एजेंसी)