(लखनऊ UP) 05मार्च,2025.
भारतेंदु नाट्य अकादमी की ओर से रंगमंडल के कलाकार आजमगढ़ से लेकर पश्चिम बंगाल के शांति निकेतन तक नाट्य प्रस्तुतियों के लिए तैयार हैं। चंडीगढ़ में आठ मार्च से इसकी शुरुआत हो रही है। इस दौरान कर्ण गाथा और निर्माण से निर्वाण तक… नाटकों का मंचन होगा। वहीं काकोरी एक्शन नाटक का मंचन आजमगढ़ में किया जाएगा।
लखनऊ रंगमंडल की प्रमुख निर्मला जे. चंद्रा की अगुवाई में पांच मार्च को 28 सदस्यीय दल चंडीगढ़ के लिए रवाना होगा जिसमें 20 कलाकार शामिल हैं। वहां आठ और नौ मार्च को होने वाले आठ दिवसीय ‘रंग प्रयोग नाट्य’ समारोह में ये कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। निर्मला जे. चंद्रा ने बताया कि आठ मार्च को वहां ‘कर्ण गाथा’ का मंचन होगा, जो गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर के कर्ण-कुंती संवाद से प्रेरित है। इस नाटक में शिवाजी सावंत के मृत्युंजय और रामधारी सिंह दिनकर की रश्मिरथी के संदर्भों को भी जोड़ा गया है। अज्ञेय की कविताओं का समावेश भी किया गया है। वहीं, नौ मार्च को बिजय मिश्र के नाटक तट निरंजना पर आधारित ‘निर्माण से निर्वाण तक’ का मंचन किया जाएगा। इसकी परिकल्पना व निर्देशन बिपिन कुमार ने किया है।
भारतेंदु नाट्य अकादमी के निदेशक बिपिन कुमार ने बताया कि रंगमंडल के कलाकार चंडीगढ़ में दो नाटकों के मंचन के बाद 25 मार्च को भुवनेश्वर (उड़ीसा) में कर्ण गाथा और 27 मार्च को कोलकाता (पश्चिम बंगाल) में मंचन करेंगे। इसके अलावा 29 मार्च को पश्चिम बंगाल के बीरभूमि जिले में स्थित शांति निकेतन में भी नाटक का मंचन होगा। उत्तर प्रदेश के संस्कृति और पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि भारतेंदु नाट्य अकादमी, लखनऊ रंगमंडल के कलाकार अपनी कला से देशभर में संस्कृति के आदान-प्रदान में योगदान दे रहे हैं। उम्मीद है कि ये नाटक दर्शकों को प्रेरणा प्रदान करेंगे।
काकोरी एक्शन में दिखेगा लखनऊ का अक्स:
रंगमंडल के कलाकार 18, 19 और 20 मार्च को आजमगढ़ काकोरी एक्शन नाटक का मंचन करेंगे। इस नाटक में काकोरी के शहीदों के जरिये लखनऊ का अक्स नजर आएगा। बीएनए के निर्देशक बिपिन कुमार ने बताया कि इस नाटक का निर्देशन सुनील श्रीवास्तव ने किया है। उन्होंने बताया कि हमारा उद्देश्य है कि हम बीएनए का प्रचार-प्रसार करें और अच्छे नाटकों को लेकर पूरे देश में जाएं। आगे विदेश में भी मंचन करने की योजना है।(साभार एजेंसी)